मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री जयंत मलैया और उनकी पत्नी से चलती ट्रेन में लूटपाट करने का मामला गुरुवार को लोकसभा में उठा। सदस्यों की तरफ से कहा गया कि जब राज्य के मंत्री तक सुरक्षित नहीं हैं तो आम लोगों का क्या हाल होगा, यह इस घटना से समझा जा सकता है। भाजपा के प्रह्लाद पटेल ने शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए बताया कि मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री मलैया और उनकी पत्नी सहित कई यात्रियों को गुरुवार तड़के मथुरा के निकट जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस में लूटा गया।
उन्होंने कहा कि चलती ट्रेन में ग्यारह लुटेरों ने इस वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि मंत्री की पत्नी से अंगूठी लेने के लिए उनकी उंगली तक काटने का प्रयास किया गया। उनके अनुसार रेलवे पुलिस बल के जवान आए , लेकिन तब तक लुटेरे जंजीर खींच कर भाग चुके थे। उन्होंने कहा कि आरपीएफ के जवानों ने बताया कि उनके पास रेलवे सीमा के बाहर गोली चलाने की अनुमति नहीं है। पटेल ने मांग की कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आरपीएफ को हथियारों के इस्तेमाल में और अधिकार दिए जाने चाहिए।
उधर रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना के मुताबिक ट्रेन में मौजूद रहे तीन आरपीएफ कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही रेलवे ने इस घटना की जांच के आदेश भी दे दिए हैंं। दंपति से चलती ट्रेन के वातानुकूलित डिब्बे में खंजर दिखाकर सोने की चेन, अंगूठी और कुछ नकदी लूट ली गई। वे दिल्ली आने के लिए दमोह से ट्रेन में सवार हुए थे।
अपने दुखद अनुभव के बारे में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रह चुकीं सुधा मलैया ने संसद के बाहर पत्रकारों को बताया- हम दिल्ली आने के लिए जबलपुर-निजामुद्दीन ट्रेन में यात्रा कर रहे थे और ट्रेन में दमोह से चढ़े थे। सुबह करीब चार बजे हमारे कूपे के दरवाजे पर दस्तक दी गई।
जब मैंने दरवाजा खोला तो एक शख्स खंजर लेकर जबरदस्ती अंदर घुस आया और उसके साथ चार अन्य लोग भी आ गए। फिर उन्होंने मेरा पर्स, चेन और अंगूठी छीन ली। वे मेरे पति के पर्स में रखे पैसे भी ले गए। मेरे बाएं हाथ की उंगली में एक अन्य अंगूठी थी जो नहीं निकल रही थी तो उन्होंने मेरी उंगली काटने की धमकी दी। हालांकि उनमें से एक लुटेरे ने अंगूठी को बाहर निकालने की कोशिश की, पर उसे कामयाबी नहीं मिली। उन्होंने आरोप लगाया कि लुटेरों ने आसपास के कूपे के मुसाफिरों को भी लूटा।
आरपीएफ की प्रतिक्रिया के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि आरपीएफ की वजह से ही अन्य यात्री सुरक्षित रहे। चेन खींचने की वजह से ट्रेन रुकी थी और आरपीएफ के जवान आए तो लुटेरे भाग गए।
इस बीच भोपाल से मिली खबर के अनुसार, रेलवे सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्री से लुटेरे करीब 20 से 22 हजार रुपए नकद और कुछ सोने के आभूषण ले गए। अधिकारी ने बताया कि मंत्री की पत्नी ने घटना के बारे में एक शिकायत हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर पुलिस से की और मामले को मथुरा स्थित संबंधित राजकीय रेलवे पुलिस को भेज दिया गया।