मध्य प्रदेश में जब से मोहन यादव ने सीएम कुर्सी संभाली है, एक सवाल सभी के मन में चल रहा है- क्या शिवराज सरकार की लोकप्रिय योजनाओं को लागू रखा जाएगा या नए सीएम अपनी खुद की योजनाएं बनाएंगे? अब मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दो टूक कहा है कि हर जो योजना पहले से चल रही थी, उन्हें आगे भी जारी रखा जाएगा। मतलब साफ है कि शिवराज सिंह चौहान की सफलताओं को भा साथ लेकर चलने की तैयारी है।
लाडली योजना का क्या भविष्य?
वैसे एमपी में सीएम पद की कुर्सी संभालते ही कई मामलों में मुख्यमंत्री मोहन यादव की छवि शिवराज सिंह चौहान जैसी ही दिखाई पड़ रही है। उन्होंने अपने दूसरे आदेश में ही बुलडोजर कार्रवाई को हरी झंडी दिखा दी थी। उनकी तरफ से धार्मिक स्थलों पर स्पीकर की आवाज कंट्रोल में रखने को लेकर भी सख्ती दिखाई गई है। इसी कड़ी में अब सीएम ने साफ कर दिया है कि महिलाओं को लाडली योजना का फायदा मिलता रहेगा।
एमपी पर बढ़ रहा कर्ज
यहां ये समझना जरूरी है कि मध्य प्रदेश इस समय भारी कर्ज में है और कई योजनाओं के लिए भी उसे अलग से अतिरिक्त पैसा लेना पड़ रहा है। जानकारों के मुताबिक शिवराज के वादे को ही पूरा करने के लिए 4200 करोड़ रुपये की जरूरत पड़ने वाली है। इसी वजह से माना जा रहा था कि नई सरकार शायद आर्थिक स्थिति को देखते हुए कुछ योजनाओं को बंद कर देगी। लेकिन अभी के लिए सीएम मोहन यादव ने अपनी नीति साफ कर दी है और वे किसी भी योजना को बंद नहीं करने वाले हैं।
एमपी के इस बार के चुनावी नतीजों की बात करें तो बीजेपी ने दो तिहाई बहुमत हासिल करते हुए 163 सीटें जीत ली थीं, वहीं कांग्रेस का आंकड़ा महज 68 पर सिमट गया।