कथित जबरन धर्मान्तरण के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की विपक्ष की मांग को लेकर लोकसभा में आज उसकी सत्तापक्ष के साथ तीखी तकरार में गांधी परिवार तथा आरएसएस पर ‘‘गर्व ’’ करने की बातें हुर्इं। इस विषय पर हुए हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को चार बार स्थगित करना पड़ा और बाद में विपक्ष के अधिकतर दलों के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।

संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि धर्मान्तरण या पुनर्धर्मान्तरण के मामलों से सरकार का कुछ लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर कोई कानून का उल्लंघन कर रहा है तो राज्य सरकारों को उसके विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए, जिसका उनके पास अधिकार है।

सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने धर्मान्तरण की घटनाओं में आरएसएस से जुड़े संगठनों का हाथ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि नायडू ने भी पूर्व में कहा है कि उन्हें आरएसएस पृष्ठभूमि का होने पर गर्व है। इस पर नायडू ने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘इसमें क्या है। आपको गांधी परिवार पर गर्व है, मुझे संघ परिवार पर गर्व है।’’

उन्होंने विपक्ष द्वारा सदन में प्रधानमंत्री के बारे में लगाए गए एक नारे पर कड़ी आपत्ति जताई। नायडू ने चेतावनी दी कि इस तरह की बातें लोकसभा चुनाव की तरह विपक्ष को आगे भी उल्टी पड़ेंगी।

विपक्ष के आसन के पास आकर नारेबाजी करने के कारण कार्यवाही को चार बार स्थगित करना पड़ा और शाम लगभग साढ़े चार बजे कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राजद, जदयू और जद एस के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।