केन्द्र सरकार जल्द ही चिप लगे ई-पासपोर्ट जारी करेगी, जो पासपोर्ट के साथ लगाया जाएगा ताकि सूचना को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से पुष्ट किया जा सके। अगले साल से इसका पहला चरण शुरू होने जा रहा है। विदेश मामलों के राज्य मंत्री वीके सिंह ने बुधवार को कहा है कि अगले चरण में पूरी तरह डिजिटल पासपोर्ट इशु किए जाएंगे जिन्हें मोबाइल फोन तक में कैरी किया जा सकेगा। सिंह रीजनल पासपोर्ट ऑफिस के दौरे के दौरान मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ई-पासपोर्ट के लिए सुविधाएं तैयार की जा सकी हैं और उम्मीद है कि अगले साल से ऐसे पासपोर्ट जारी किए जा सकेंगे जिनमें चिप लगी होगी। मंत्री ने यह भी कहा कि एक बार पुलिस वेरिफिकेशन प्रक्रिया में होने वाली देरी को सूचना के इलेक्ट्रॉनिक आदान-प्रदान से खत्म किए जाने के बाद, पासपोर्ट जारी करने में लगने वाला समय बेहद कम हो जाएगा।
हाल के सालों में पुलिस सत्यापन के समय में कटौती की गई है। पहले पुलिस सत्यापन में 49 दिन लगते थे जो 2014 में घटकर 42 दिन रह गए थे। 2015 के शुरुआत में इसमें 34 दिन और बाद में इसका समय 21 दिन रह गया। 31 दिसंबर 2015 तक 6ण्33 करोड़ भारतीयों के पास वैध पासपोर्ट थे। विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट आवेदकों को अब उनकी सहूलियत के हिसाब से अपॉइंटमेंट लेने की छूट भी दी है। इसके तहत कम से कम 5 दिन पहले तक का अपॉइंटमेंट लिया जा सकता है। वर्तमान में अपॉइंटमेंट का समय पासपोर्ट सेवा केन्द्र तय करता था।
READ ALSO: बलात्कार के लिए महिलाओं को ही क्यों ठहराया जाता है जिम्मेदार? इन तस्वीरों में छिपा है जवाब
एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि विदेशों में नर्सों और घरेलू महिला नौकरों की भर्ती पर लगाम लगाने से इस क्षेत्र में शाेषण को रोकने में मदद मिली है। वीके सिंह हाल ही में नाैकरी गंवाने के बाद भटक रहे लोगों की मदद के लिए सऊदी अरब गए थे। उन्होंने कहा कि सऊदी नियोक्ताओं के भारतीय कामगारों के दावों को निपटाने में सऊदी सरकार मदद कर रही है। उन्होंने सलाह दी कि जो लोग नौकरी के लिए अभी भी सऊदी जा रहे हैं, वे सावधान रहें और फर्जीवाड़े से बचें। इससे पहले, सिंह ने पासपोर्ट सेवा केंद्र, कोल्लम की कार्यप्रणाली का भी जायजा लिया।