आर्थिक संकट से जूझ रही सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया को पूरी तरह बेचनी की सरकार ने तैयारी कर ली है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सरकाकर अब विमानन कंपनी से उपज रहे घाटे को बिल्कुल भी वहन करना नहीं चा रही है। इस संबंध में अख़बार ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि सरकार विनिवेश के जरिए 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला मंत्री समूह की बैठक में लिया जाएगा।

टाइम्स ऑफ इंडिया ने DIPAM (department of investment and public asset management) के सचिव अतानू चक्रवर्ती के बयान का हवाला दिया है, जिसमें चक्रवर्ती कहते हैं, ” यह आम धारण है (सरकार के भीतर) कि यदि लोग पूरा कंट्रोल चाहते हैं, तो उन्हें दे दिया जाना चाहिए। हालांकि, इस संबंध में वाजिब बात तभी मैं कह पाऊंगा जब इस पर कोई ठोस फैसला लिया जाएगा। मेरे वक्तिगत विचार में सरकार के भीतर इस संबंध में कोई विरोधाभास नहीं है।”

गौरतलब है कि भारत सरकार ने ‘एयर इंडिया’ को बेचने की प्रक्रिया पिछले साल ही शुरू कर दी थी। लेकिन, बाजार से बेहतर प्रतिक्रिया नहीं मिलने के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था। उस दौरान नीति आयोग ने सारा मसौदा तैयार किया था और सरकार ने 74 फीसदी विनिवेश की हरी झंडी दी थी। अब सरकार के भीतर मंत्री समूह इस संदर्भ में हिस्सेदारी को लेकर आम राय बनाएगा। बताया जा रहा है कि इस संबंध में तमाम कागजी काम भी पूरे कर लिए गए हैं।