उत्तराखंड में पिछले दो महीने से चली आ रही राजनीतिक उठापटक सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मंगलवार (9 मई) को विधानसभा में बहुमत परीक्षण किया गया। इस दौरान कांग्रेस विधायक रेखा आर्य ने अपने रुख से सस्पेंस बढ़ा दिया। कुछ दिनों से ‘लापता’ रेखा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के साथ विधानसभा पहुंचीं। लेकिन उन्होंने मीडियाकर्मियों को विक्टरी साइन दिखाकर सस्पेंस भी बढ़ा दिया। अदालत द्वारा नौ बागी विधायकों को वोटिंग से बाहर रखने के फैसले और बसपा की ओर से रावत को समर्थन की घोषणा के बाद कांग्रेस की ही जीत सुनिश्चित लग रही थी। बहुमत परीक्षण के बाद बीजेपी की प्रतिक्रिया भी इसी बात का संकेत दे रही है।
बहुमत परीक्षण से पहले किसी को पता नहीं था कि रेखा कहां हैं। रेखा आर्य कुछ देर के लिए सोशल मीडिया पर ट्रेंड में भी रहीं।
सूत्रों का दावा है कि विधानसभा में 27 वोट हरीश रावत के खिलाफ पड़े हैं, जबकि 33 उनके पक्ष में। माना जा रहा है कि रावत के विरोध में वोट देने वालों में रेखा आर्य भी शामिल हैं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पिछले तीन-चार दिनों से रेखा आर्य के साथ पार्टी का कोई संपर्क नहीं था।
बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस विधायकों को मसूरी स्थित हिल टाउन रिसॉर्ट ले जाया गया था। रात को सभी विधायक वहीं पर रुके थे। लेकिन रेखा आर्य इन विधायकों में शामिल नहीं थीं।
