बिलियर्ड्स चैंपियन माइकल फरेरा को 400 करोड़ के घोटाले में गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद हैदराबाद के कोर्ट ने केस की जांच को भी बंद करने का आदेश दे दिया। 78 साल के फरेरा ने पिछले महीने मुंबई पुलिस के सामने सरेंडर किया था। उससे पहले तक वह कोर्ट से सुरक्षा की मांग रहे थे। लेकिन कोर्ट ने मना कर दिया था। मंगलवार (18 अक्टूबर) को हैदराबाद पुलिस ने उन्हें और उनके तीन साथियों को गिरफ्तार किया। फरेरा और बाकी तीनों लोग QNet नाम की एक कंपनी से जुड़े हुए थे। वह कंपनी एक फर्जी स्कीम चलाया करती थी जिसमें लोगों को 30 हजार से 7.5 लाख रुपए के बीच में निवेश करने के लिए कहा जाता है। इस फर्जी स्कीम में 5 लाख लोगों को चूना लगा था। कंपनी पर आरोप था कि वह सारे पैसे को देश के बाहर भेज देती थी। कंपनी के खिलाफ कुछ निवेश कर्ताओं ने ही शिकायत दर्ज करवाई थी। QNet कंपनी के चार कर्मचारियों को पिछले महीने भी पकड़ा गया था। अब बात माइकल फरेरा तक जा पहुंची है। माइकल फरेरा को 1983 में पदम भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।

मुंबई पुलिस की इकनॉमिक ओफेंस विंग (EOW) इस मामले में अबतक 19 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। QNet और उसकी फ्रेंचाइजी पर आरोप है कि वह लोगों को मेग्नेटिक डिस्क बेचती थी। उसके साथ कुछ दवाईयां, हर्बल दवाईयां और हॉलिडे स्कीम भी दी जाती थीं।

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