Manipur Violence: मणिपुर में सुरक्षाबलों और कुकी उग्रवादियों के बीच एक बार हिंसा हुई है। तेंगनोउपल और मोरेह जिले में हालात तनावपूर्ण बन गए हैं। उग्रवादियों ने मोरेह के पास सुरक्षाबलों की एक चौकी को निशाना बना दिया। उग्रवादियों ने ना सिर्फ चौकी पर बम फेंके बल्कि गोलीबारी भी की। इसमें एक सुरक्षाकर्मी शहीद हो गया। इसकी पहचान राज्य पुलिस कमांडो से जुड़े आईआरबी कर्मी वांगखेम सोमोरजीत के रूप में की गई। सोमोरजीत इंफाल पश्चिम जिले के मालोम का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक गोलीबारी की यह घटना तीन जगहों पर हुई है।

मणिपुर सरकार ने तेंगनोउपल में ‘शांति भंग होने, सार्वजनिक सद्भाव बिगड़ने और मानव जीवन एवं संपत्ति को गंभीर खतरे की आशंका’ संबंधी जानकारी मिलने के बाद 16 जनवरी को देर रात 12 बजे से पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया। तेंगनोउपल के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कर्फ्यू ‘‘कानून-व्यवस्था लागू करने और आवश्यक सेवाओं से जुड़ी सरकारी एजेंसियों’’ पर लागू नहीं होगा।

एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इम्फाल पश्चिम जिले के कौत्रुक गांव में ग्रामीण स्वयंसेवकों और संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के बीच मंगलवार रात दो घंटे से अधिक समय तक गोलीबारी हुई। पुलिस अधिकारी के मुताबिक संदिग्धों के कब्जे से आग्नेयास्त्र और गोला-बारूद बरामद किया है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों संदिग्धों को ‘बिना शर्त रिहा किए जाने’ की मांग को लेकर बड़ी संख्या में महिलाओं ने मोरेह पुलिस थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया था।

बता दें कि पुलिस ने पिछले साल अक्टूबर में एसडीपीओ सीएच आनंद की हत्या के दो मुख्य संदिग्धों फिलिप खोंगसाई और हेमोखोलाल मटे को गिरफ्तार किया था। दोनों ने सुरक्षाकर्मियों के वाहनों पर गोलीबारी की थी जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया था। पुलिस ने कहा कि बाद में दोनों को न्यायिक मजिस्ट्रेट मोरेह के सामने पेश किया गया और उन्हें नौ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने कहा कि उनके कब्जे से दो जिंदा राउंड के साथ एक पिस्तौल, एक चीनी हथगोला, एके गोला बारूद के दस जिंदा राउंड और दस डेटोनेटर जब्त किए गए।

इनपुट-एजेंसी