मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र तक घुमाने का वीडियो आने के बाद से देशभर में सियासी बवाल जारी है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मणिपुर के लिए निकल चुकी हैं। उन्होंने सीएम एन बिरेन सिंह से मिलने का समय मांगा है। हालांकि उन्हें राज्य सरकार की ओर से राहत कैंप तक जाने की इजाजत नहीं मिली है। स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया था कि मणिपुर सरकार ने यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं से मिलने के लिये राज्य की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी थी। DCW प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा उन्होंने मणिपुर सरकार को पत्र लिखा है कि वह राज्य का दौरा करना चाहती है और यौन उत्पीड़न के पीड़ितों से मिलना चाहती हैं।
स्वाति मालीवाल की ओर से ट्वीट कर कहा गया कि मणिपुर सरकार ने सिफारिश की है कि मैं कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के कारण अपनी यात्रा स्थगित करने पर विचार करूं। उनके सुझाव पर विचार-विमर्श के बाद योजनानुसार इम्फाल के लिए उड़ान भरने का निर्णय लिया है। मणिपुर के सीएम से समय मांगा है। उनसे मुलाकात करूंगी और उनसे अपील करूंगी कि वह यौन उत्पीड़न से बचे लोगों से मिलने हमारे साथ चलें।
स्वाति मालीवाल की ओर से ट्वीट में कहा गया कि मेरी ओर से सूचना देने के बाद भी मणिपुर की सरकार ने वहां जाने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि ये काफी चौंकाने वाला बयान है। मैं यौन हिंसा से बचे लोगों से क्यों नहीं मिल सकता? मैंने उनसे चर्चा करके अपने टिकट पहले ही बुक कर लिए हैं।’ मुझे रोकने की कोशिश क्यों की जा रही है?
मणिपुर सरकार ने दिया ये जवाब
स्वाति मालीवाल की चिट्ठी पर मणिपुर के संयुक्त सचिव गृह रेहानुद्दीन चौधरी ने मालीवाल के लेटर के जवाब में लिखा है कि मुझे यह जानकारी देने के लिए कहा गया है कि मणिपुर में कानून और व्यवस्था की स्थिति अभी ठीक नहीं है, इसलिए 23 से लकर 30 जुलाई तक आपके दौरे को स्थगित किया जा रहा है।
