Manipur Violence: मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में हंगामा जारी है। सोमवार को एक बार फिर संसद की कार्यवाही शुरू होते ही इसे लेकर हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद लोकसभा और राज्यसभा को दोपबर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। विपक्षी दलों का प्रतिनिधिमंडल भी मणिपुर दौरे से लौट आया है। सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर वहां के हालात के बारे में विस्तार से बताया। उधर राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने कहा कि हम आज ही दोपहर 2 बजे से चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन विपक्ष इससे भाग रहा है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर कहा कि मणिपुर में लगातार उथल-पुथल मची है। मोदी सरकार इसे लेकर लगातार उदासीन नजर आई है। हमारे INDIA गठबंधन के सांसदों ने मणिपुर का दौरा करने के बाद लोगों से दर्द की दिल दहला देने वाली कहानियां सुनीं, जिसमें सभी समुदाय के लोग शामिल थे।” खरगे ने बताया कि 10 हजार मासूम बच्चों समेत 50 हजार से ज्यादा लोग अपर्याप्त सुविधाओं वाले राहत शिविरों में है।
खासतौर पर महिलाओं के लिए सुविधाओं की कमी है, साथ ही लोग दवाओं और भोजन की कमी का सामना कर रहे हैं। मणिपुर में आर्थिक गतिविधियां रुक गई हैं, बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, किसानों ने अपनी खेती बंद कर दी है और लोग वित्तीय घाटे और मानसिक परेशानी दोनों से जूझ रहे हैं। उन्होंने बताया कि दो समुदायों के बीच विभाजन काफी ज्यादा चिंताजनक है।
पीएम मोदी पर भी साधा निशाना
मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर के हालात को लेकर पीएम मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “चुनावी रैलियों, सेल्फ-पीआर, ट्रेन के उद्घाटन और बीजेपी की बैठकों में शामिल होने के लिए समय होने के बावजूद, पीएम मोदी के पास मणिपुर के लोगों की पीड़ा और दर्द को संबोधित करने या समुदाय के मुद्दों को हल करने की दिशा में काम करने के लिए समय नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार मणिपुर की स्थिति से निपटने में दिशाहीन दिख रही है”