Manipur News: मणिपुर में शनिवार रात 11:45 बजे से पांच जिलों में इंटरनेट बंद करने का फैसला लिया गया है। इसमें राजधानी इंफाल से जुड़े इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट, थौबल बिष्णुपर और काकचिंग जिले शामिल हैं। प्रशासन ने ये फैसला मैतेई समुदाय के नेता अरामबाई तैंगगोल की गिरफ्तारी की वजह से लिया गया है।
दरअसल, मैतेई गुट के नेता की गिरफ्तारी की वजह से प्रशासन को आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट और अफवाहों के जरिए माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं, जिसके चलते कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है।
गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शन
बता दें कि जब शनिवार को अरामबाई तंगगोल को गिरफ्तार किया था तो देर रात इंफाल ईस्ट और वेस्ट जिलों में उस समय भारी प्रदर्शन शुरू हो गया था। इसके बाद प्रशासन ने हालात को नियंत्रण में लाने और अफवाहों पर लगाम कसने के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का फैसला लिया। इसके साथ ही प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी भ्रामक जानकारी पर भरोसा न करें।
मणिपुर-अरुणाचल और नगालैंड में 6 महीने के लिए बढ़ाया गया AFSPA, गृह मंत्रालय का आदेश
भारी सुरक्षाबल की हुई तैनाती
न्यूज एजेंसी PTI ने बताया कि राजधानी इंफाल के कुछ इलाकों में शनिवार रात उस समय विरोध-प्रदर्शन भड़क उठे जब खबरें आईं कि अरामबाई तेंगगोल को गिरफ्तार कर लिया गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, क्वाकईथेल और यूरिपोक इलाकों में लोगों ने सड़कों पर टायर और पुराने फर्नीचर जलाकर प्रदर्शन किया और गिरफ्तार नेता की रिहाई की मांग की। ऐसे में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
गृह सचिव ने जारी किया आदेश
इस फैसले को लेकर आयुक्त-सह-सचिव (गृह) एन अशोक कुमार ने कहा कि विशेष रूप से इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, यह आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व जनता की भावनाओं को भड़काने के लिए छवियों, अभद्र भाषा और घृणास्पद वीडियो संदेशों के प्रसारण के लिए सोशल मीडिया का बड़े पैमाने पर उपयोग कर सकते हैं, जिसका राज्य की कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर असर हो सकता है।
वक्फ बिल पर किया था बीजेपी का समर्थन, गुस्साई भीड़ ने घर में लगा दी आग
उग्र भीड़ को कंट्रोल करने के लिए बल प्रयोग
मणिपुर के जिलों में विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद एक अधिकारी ने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए इन क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। हालांकि गिरफ्तार नेता के नाम या उसके खिलाफ आरोपों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पश्चिम इंफाल में क्वाकेथेल पुलिस चौकी पर उग्र भीड़ के हमले के बाद भड़की हिंसा में दो पत्रकार और एक नागरिक भी घायल हो गए, जिसके बाद सुरक्षा बलों को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए कई राउंड गोलियां चलानी पड़ीं।
मणिपुर में सरकार बनाने की कोशिश कर रहे BJP विधायकों को क्या कामयाबी मिलेगी?
मणिपुर: ‘हमारे पास 44 का समर्थन’, सरकार गठन के लिए राज्यपाल से मिले 10 NDA विधायक