विदेश में बैठकर खालिस्तान के नाम पर भारत के खिलाफ साजिश रचने वालों को करारा जवाब मिला है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें न्यूजीलैंड में एक शख्स ने खालिस्तान समर्थकों से कहा कि उन्हें अपने देश वापस चले जाना चाहिए। यह वीडियो न्यूजीलैंड के ऑकलैंड के एओटिया स्क्वायर का है।

इस शख्स ने खालिस्तान के समर्थन में अपना झंडा लहराने वालों से कहा कि वह अपना झंडा यहां ना लहराएं। शख्स ने आगे कहा कि न्यूजीलैंड में सिर्फ इसी देश का झंडा लहराया जाना चाहिए। उसने कहा कि खालिस्तान समर्थकों को अपना विदेशी एजेंडा यहां नहीं चलाना चाहिए।

सिख फॉर जस्टिस ने आयोजित किया कार्यक्रम

सिख फॉर जस्टिस के द्वारा खालिस्तान के समर्थन में आयोजित किए गए ‘खालिस्तान रेफरेंडम’ के तहत ये लोग इकट्ठा हुए थे। सिख फॉर जस्टिस पर भारत में प्रतिबंध लगाया गया है और इसे चलाने वाला शख्स गुरपतवंत सिंह पन्नू है। भारत ने उसे आतंकवादी घोषित किया हुआ है। सिख फॉर जस्टिस और पन्नू विदेश में रहने वाले सिखों के साथ ही भारत में भी सिख युवाओं को पृथक सिख राष्ट्र के गठन के नाम पर भड़का रहे हैं।

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भारतीय समुदाय ने की आलोचना

ऑकलैंड में हुए इस ‘खालिस्तान रेफरेंडम’ की वहां के भारतीय समुदाय ने आलोचना की है। और कहा है कि इससे सामाजिक सौहार्द्र बिगड़ सकता है। न्यूज़ीलैंड इंडियन सेंट्रल एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र भाना ने ने इसे देश में शांति भंग करने वाला बताया।

न्यूजीलैंड में सिख समुदाय लगभग एक प्रतिशत है। इसके अलावा कनाडा और अमेरिका में भी सिख समुदाय के लोग रहते हैं। कनाडा में दो प्रतिशत आबादी सिख समुदाय की है। यहां बताना जरूरी होगा कि खालिस्तान को लेकर भारत और कनाडा के रिश्ते पिछले कुछ दिनों में काफी खराब हो चुके हैं। दोनों ही देशों ने एक-दूसरे से राजनीतिक संबंधों में कटौती की है और इसकी वजह हरदीप सिंह निज्जर नाम का शख्स है।

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कनाडा का कहना है कि निज्जर की हत्या में कुछ भारतीय एजेंट्स शामिल थे लेकिन भारत ने इससे इनकार किया है। निज्जर पर आरोप है कि वह खालिस्तान का समर्थक था।