पश्चिम बंगाल के अस्पतालों में चिकित्सकीय लापरवाही के खिलाफ कड़ा संदेश देते हुए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि एक शिशु की पट्टी उतारने की कोशिश के दौरान बच्चे का अंगुठा काटने वाली नर्स को उसकी सेवा से हटा देना चाहिए।

उत्तरी बंगाल के बालुरघाट के एक सरकारी अस्पताल में आठ दिन के एक शिशु की पट्टी हटाने के दौरान एक नर्स द्वारा उसका अंगुठा काटे जाने की घटना के एक दिन बाद बनर्जी का यह बयान सामने आया।

बनर्जी ने कहा, ‘‘इस तरह की चिकित्सकीय लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्हें :नर्स को: निलंबित कर दिया गया है लेकिन मैं महसूस करती हूं कि उन्हें तत्काल सेवा से बर्खास्त कर देना चाहिए। उन्हें काम करने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि यह केवल लापरवाही नहीं है बल्कि यह अपराध है। आप अपने मरीजों की उपेक्षा नहीं कर सकते हैं।’’

शिशु को अस्पताल के रूग्ण एवं नवजात देखभाल इकाई में भर्ती किया गया था जो छह जुलाई से डायरिया से पीड़ित था और सेलाइन चढ़ाने के लिए उसकी बायीं हथेली पर पट्टी बांधी गई थी।

शिशु की स्थिति में सुधार देखकर रविवार की रात उसकी पट्टी हटाई जानी थी तभी नर्स ने कथित रूप से पट्टी के साथ बच्चे का अंगुठा भी काट दिया और उसे कचरे के डिब्बे में फेंक दिया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वास्थ्य सुकुमार डे ने बताया कि उन्होंने मामले में जांच के आदेश दिए हैं और आरोपी नर्स को पांच दिन की छुट्टी पर भेज दिया गया है।

शिशु के पिता ने घटना को लेकर पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है।