Thane School Assault Case: महाराष्ट्र के बदलापुर में तीन और चार साल की दो बच्चियों के साथ एक स्कूल के सफाई कर्मचारी ने यौन शोषण किया। इसके बाद बड़े स्तर पर विरोध-प्रदर्शन हुआ है। गुस्साए स्थानीय लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ की और बदलापुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों को भी रोका। यह विरोध-प्रदर्शन देखते ही देखते हिंसा में तब्दील हो गया। उन्होंने पत्थर फेंके और पुलिस ने हालात को संभालने के लिए उन पर लाठीचार्ज किया। अब कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बदलापुर में प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। सीएम एकनाथ शिंद ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ रेप की कोशिश का आरोप लगाया जाए। आइए जानतें है कि बदलापुर में क्या-क्या हुआ।
- एक नामी स्कूल के टॉयलेट में दो बच्चियों के साथ यौन शोषण किया गया। यह पूरी की पूरी घटना 13 अगस्त को हुई है। बच्चियों में से एक ने 16 अगस्त को अपने पेरेंट्स को इस घटना के बारे में बताया। आरोपी को 17 अगस्त को अरेस्ट किया गया। उस पर पॉक्सो समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
- इस घटना का खुलासा उस समय हुआ जब एक बच्ची ने 16 अगस्त को स्कूल जाने से मना कर दिया। उसने अपने पेरेंट्स को बताया कि जब वह टॉयलेट का इस्तेमाल करने के लिए गई थी तो आरोपी ने उसके प्राइवेट पार्ट को छुआ था। उस बच्ची के पेरेंट्स ने बच्ची की सहेली के मां-बाप से संपर्क किया और उन्होंने बताया कि उनकी बेटी भी स्कूल में जाने से डरती है। फिर इसके बाद उन बच्ची के माता-पिता उन्हें लेकर एक स्थानीय डॉक्टर के पास लेकर गए। इसमें उस डॉक्टर ने बताया कि उन दोनों के साथ में यौन उत्पीड़न किया गया था। माता-पिता का आरोप है कि शिकायत दर्ज कराने के 12 घंटे बाद एफआईआर दर्ज की गई।
- शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने पाया कि स्कूल में लगा सीसीटीवी काम नहीं कर रहा था और स्कूल मैनेजमेंट ने यह तय नहीं किया था कि सभी महिला कर्मचारी ही बच्चों की देखभाल करें। मामले के विरोध में स्कूल मैनेजमेंट ने प्रिंसिपल, एक क्लास टीचर और एक महिला अटेंडेंट को सस्पेंड कर दिया।
- गुस्साए लोगों ने बदलापुर रेलवे स्टेशन पर रेल रोको प्रदर्शन किया और सुबह 8 बजे से ही ट्रेनों को रोक दिया। इस विरोध-प्रदर्शन का मकसद आरोपियों और स्कूल के खिलाफ एक्शन लेने की मांग करना था। कुछ प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने स्कूल परिसर में तोड़फोड़ कर दी थी और रेलवे स्टेशन पर पत्थर भी फेंके। रेलवे स्टेशन पर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
- जांच में कथित लापरवाही के लिए एक वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया। माता-पिता की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई ना करने को लेकर स्थानीय पुलिस स्टेशन के इंचार्ज का भी ट्रांसफर कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन कर दिया गया है। इसकी मुखिया आरती सिंह होंगी।
- महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ऑफिस की तरफ से ट्वीट करते हुए कहा गया कि बदलापुर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की तेजी से जांच की जाएगी और मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश किया जाएगा और वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम को स्पेशल पब्लिक प्रोसीक्यूटर बनाने का फैसला किया गया है।
- बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामले में सीएम शिंदे ने राज्य के शिक्षा मंत्री से कहा कि हर एक स्कूल में एक शिकायत पेटी लगाई जाए। वहीं राज्य सरकार ने सात पहले भी सभी स्कूलों को ऐसा ही करने का निर्देश दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर स्टूडेंट या उनके माता-पिता को कोई भी समस्या है तो उनके लिए स्कूल में एक शिकायत पेटी होनी चाहिए। इसके अलावा उस स्टाफ पर भी नजर रखना काफी जरूरी है जो हमेशा स्टूडेंट के संपर्क में रहते हैं।
- महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि पिछले 10 घंटों से यहां विरोध प्रदर्शन चल रहा था। हम सभी ने जो घटना घटी है उसका विरोध किया है। मैं आज दोपहर से यहां हूं। मैंने प्रदर्शनकारियों से एक घंटे तक बात की और उनसे रेलवे ट्रैक खाली करने का आग्रह भी किया। उनकी सभी मांगें फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई, हमने उज्ज्वल निकम को वकील नियुक्त किया, स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई, लापरवाह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई पूरी हो गई हैं।
- बारामती की सांसद सुप्रिया सुले ने मामले की जांच की मांग की है और घटना के 18 घंटे बाद भी एफआईआर दर्ज न करने के लिए पुलिस की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार राज्य की बेटियों को सुरक्षा और न्याय दिलाने में कामयाब नहीं होती है तो उसे इस्तीफा दे देना चाहिए। राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि मैं हैरान, दुखी, आक्रोशित और बहुत परेशान हूं। महिलाओं को अक्सर एक समय पर बाहर जाने, सुरक्षा के साथ, कुछ खास तरह के कपड़े पहनने के लिए कहा जाता है और यह महिलाओं की गलती थी। ये सिर्फ 4 साल की लड़कियां थीं। हर माता-पिता का मानना है कि स्कूल घर के बाहर की जगह है, जहां लड़कियां सुरक्षित महसूस कर सकती हैं।
- पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि बदलापुर स्कूल में हुई घटना देश में कहीं भी नहीं होनी चाहिए। उद्धव ठाकरे ने कहा कि एमवीए सरकार शक्ति विधेयक पारित करने वाली थी, लेकिन उनकी सरकार को महाराष्ट्र के वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गिरा दिया। यह उन लोगों की जिम्मेदारी है जिन्होंने हमारी सरकार को गिराया और अब सत्ता में हैं कि वे शक्ति विधेयक पारित करें और कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि मुझे पता चला है कि जिस स्कूल में यह घटना हुई है, वह बीजेपी के लोगों का है। लेकिन मैं इस मामले में राजनीति नहीं करना चाहता। इसलिए जो भी दोषी है चाहे वह बीजेपी का कार्यकर्ता हो या कोई और उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए।