Maharashtra, Haryana Assembly Elections 2019 Date, Schedule Updates: चुनाव आयोग ने शनिवार (21 सितंबर) को महाराष्ट्र व हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित कर दी है। दोनों ही राज्यों में 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 अक्टूबर को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो रहा है। वहीं, हरियाणा विधानसभा की अवधि 2 नवंबर को खत्म हो जाएगी। चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही दोनों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है।
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं। यहां सीधा मुकाबला बीजेपी-शिवसेना गठबंधन और कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के बीच है। वहीं, 90 सदस्य वाली हरियाणा विधानसभा में सत्तारूढ़ बीजेपी का लक्ष्य कांग्रेस को एक बार फिर करारा झटका देकर दूसरा कार्यकाल अपने नाम करने का है।
चुनाव आयोग ने कई राज्यों की खाली पड़ी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की भी तारीख घोषित की। इसके तहत अरुणाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, असम, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, मेद्वाालय, ओडिशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश की कुल 64 सीटों पर 21 अक्टूबर को ही उपचुनाव होंगे। इनके नतीजे भी 24 अक्टूबर को ही घोषित किए जाएंगे।
चुनाव आयोग ने बताया कि दोनों राज्यों में 21 अक्टूबर को चुनाव होंगे और 24 अक्टूबर को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।
महाराष्ट्र व हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही दोनों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है। इसके तहत दोनों ही राज्यों में नई योजनाएं नहीं चलेंगी।
इलेक्शन कमीशन ने बताया कि विधानसभा चुनाव में हर प्रत्याशी के खर्च की सीमा 28 लाख रुपए तय की गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा, ‘‘हम प्रत्याशियों से एनवायरनमेंट फ्रेंडली मटीरियल इस्तेमाल करने की अपील करते हैं।’’
चुनाव आयोग के मुताबिक, विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के 30 दिन में उम्मीदवारों को इलेक्शन में किए गए खर्च का हिसाब देना होगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव आयोग ने हरियाणा व महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की है।
2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान महाराष्ट्र में बीजेपी व शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। राज्य की 288 सीटों में से 122 बीजेपी के खाते में गई थीं। वहीं, 63 पर शिवसेना, 42 पर कांग्रेस, 41 पर एनसीपी काबिज हुई थी। वहीं, 20 सीटें अन्य के खाते में गई थीं।
चुनाव आयोग ने बताया कि दोनों राज्यों के चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके तहत महाराष्ट्र में 1.8 लाख ईवीएम प्रयोग की जाएंगी।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में 8.9 करोड़ रजिस्टर्ड मतदाता हैं।
चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो चुकी है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि हरियाणा में 1.28 करोड़ रजिस्टर्ड वोटर्स हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर चुनाव आयोग हरियाणा व महाराष्ट्र में चुनाव की तारीख घोषित करता है तो नतीजे दिवाली से पहले सामने आ सकते हैं।
हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 2 नवंबर को समाप्त हो रहा है। वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा की अवधि 9 नवंबर को पूरी हो जाएगी। ऐसे में चुनाव आयोग को 2 नवंबर से पहले ही चुनाव की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं। वहीं, हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटों पर चुनाव होना है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ में कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि एनआरसी राष्ट्रीय मुद्दा है और यह हरियाणा समेत अन्य राज्यों में भी लागू किया जाएगा। दूसरे देश के लोगों को बिना इजाजत यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है।’’
माना जा रहा है कि दोनों राज्यों में एक से दो चरण में चुनाव कराए जा सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हरियाणा के चुनाव एक ही चरण में होंगे, जबकि महाराष्ट्र में 2 चरण के इलेक्शन कराया जा सकता है।
माना जा रहा है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव आयोग कई राज्यों की विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर सकता है। हालांकि, इस बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है।
चुनाव आयोग दोपहर 12 बजे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित कर सकता है। हालांकि, इससे पहले ही महाराष्ट्र में सीएम पद की रार सामने आने लगी है। ऐसे में देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सीएम पद मैंने अपने लिए रिजर्व रखा है। शिवसेना चाहे तो डिप्टी सीएम का पद ले सकती है।