उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जाति आधारित सर्वे मामले में आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुलिस ने संजय सिंह को नोटिस दिया है। साथ ही उन्हें 20 सितंबर को पुलिस के सामने अपना पक्ष रखने को कहा गया है। पुलिस ने संजय सिंह को नोटिस में पेश नहीं होने पर कड़ी कार्रवाई की बात भी कही है। पुलिस ने संजय सिंह पर राजद्रोह समेत अन्य धाराएं भी बढ़ा दी हैं।
इस मामले में आप सांसद संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने मानसून सत्र में इस प्रकरण की शिकायत सभापति, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से की है। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट करके दी। उन्होंने लिखा, ‘योगी के कोरोना घोटाले का मुद्दा राज्य सभा में उठाया तो योगी ने मेरे ऊपर ‘देशद्रोह’ लगा दिया। संसद में मैंने सभापति जी से कहा, ‘अगर मैं देशद्रोही हूं तो मुझे जेल भेजिए। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, शिवसेना, राजद, माकपा, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक ने मेरा साथ दिया। सभापति जी ने इस प्रकरण में सदन को कार्यवाही का भरोसा दिया।’
आप ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर संजय सिंह के वीडियो पोस्ट किए। इन वीडियो में संजय सिंह कह रहे हैं, ‘योगी सरकार ने मुझ पर देशद्रोह का मुकदमा कर दिया है। मैं सरकार से पूछना चाहता हूँ कि क्या सर्वोच्च सदन का सदस्य देशद्रोही है? एक अन्य ट्वीट में संजय सिंह कह रहे हैं, उत्तर प्रदेश में मैंने अन्याय और अपराध के खिलाफ आवाज उठाई। मैंने कोरोना घोटाले के खिलाफ आवाज उठाई, इसलिए मेरे खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा किया गया है।’
संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार को चुनौती भी दी। उन्होंने कहा, ‘योगी जी, 1 नहीं 1000 मुकदमे लिखवाओ, लाठी चलवाओ। लेकिन ये मत सोच लेना की मैं जुर्म और अन्याय के खिलाफ आवाज बंद कर दूंगा। मैं 20 तारीख को थाने जाऊंगा, अपनी गिरफ्तारी दूंगा। यदि आप जनता की आवाज उठाने के लिए गिरफ्तार करना चाहते हैं तो मुझे जेल भेज दीजिए।’
लखनऊ पुलिस ने संजय सिंह के खिलाफ राजद्रोह का केस राज्य में योगी सरकार के खिलाफ जातिगत सर्वे का ऑडियो टेप बनवाने के आरोप में दर्ज किया है। इसमें साजिश रचने, धोखाधड़ी करने की भी धाराएं जोड़ी गई हैं। बता दें कि एक माह के अंदर अलग-अलग शहरों में संजय सिंह के खिलाफ 13 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।