संसद का शीतकालीन सत्र बुधवार यानी 16 नवंबर से शुरू हुआ। केंद्र सरकार द्वारा 8 नवंबर को विमुद्रीकरण के फैसले के बाद इस सत्र के हंगामेदार होने के आसार सही साबित हुए। लोकसभा को जहां पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि दिए जाने के बाद स्थगित कर दी गई, वहीं राज्यसभा में विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावर हैं। कांग्रेस, बसपा, सपा की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी को चर्चा के दौरान सदन में बुलाने की मांग उठी। कांग्रेस की ओर से आनंद शर्मा ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले से पूरी दुनिया में संदेश गया कि भारत की अर्थव्यवस्था ‘काले धन पर चलती है।’ उन्होंने पूछा कि ‘किस कानून ने आपको अधिकार दिया कि हमें अपने अकाउंट से पैसे निकालने पर भी पाबंदी लगा रहे हैं?’ मायावती ने सदन में पीएम नरेंद्र मोदी को बुलाने की मांग उठाई। उन्होंने कि कहा कि नोटबंदी का मुद्दा संवदेशनील है इसलिए पीएम को सदन में चर्चा के वक्त मौजूद रहना चाहिए। इस पर नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने भी पीएम को बुलाए जाने की मांग कर दी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आश्वासन दिया कि वह इस बारे में बात करेंगे।
राज्यसभा में एक रोचक मोड़ तब आया जब प्रो. रामगोपाल यादव बोलने के लिए खड़े हुए। वह समाजवादी पार्टी का पक्ष रख रहे थे, जबकि पार्टी ने उन्हें करीब महीने भर पहले छह साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया था। यादव ने पूछा कि ‘बैंकों की लाइन में अमीर कहां हैं, सरकार यह बताए कि फैसले के बाद से कितना काला धन मिला है?’ इसके बाद राज्यसभा को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
राज्यसभा स्थगित होने के बाद तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में कुछ पार्टियों के सांसदों ने मार्च भी निकाला। इसमें टीएमसी, शिवसेना, उमर अब्दुल्ला व आम आदमी पार्टी सांसद भगवंत मान शामिल हुए। नोटबंदी के विरोध में यह मार्च ममता दी की पहल पर निकाला गया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस मार्च का समर्थन किया था, हालांकि उन्होंने इसमें हिस्सा नहीं लिया।
राज्यसभा की कार्यवाही फिर शुरू होने पर प्रो. यादव ने कहा कि ‘जिन घरों में शादियां हैं, वहां नोटबंदी की वजह से बहुत दिक्कत है।’ उन्होंने कहा, ”लोगों के पास दो ही विकल्प हैं, या तो शादी को टालें या फिर तोड़ें। तोड़ने की स्थिति में कई बार लड़की या उसके मां-बाप आत्महत्या कर लेते हैं। इस पर विचार होना चाहिए।”