आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के चोटी के आतंकी आसिफ को जम्मू-कश्मीर के सोपोर में सुरक्षा बलों ने मार गिराया है। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को इसकी पुष्टि की। सोपोर में एक फल व्यापारी के परिवार के तीन सदस्यों पर गोलीबारी के लिए यही आतंकी जिम्मदेदार था। इस हमले में एक युवती आसमा जान बुरी तरह घायल हुई थी।

आसिफ सोपोर में ही प्रवासी मजदूर शफीक आलम पर हमले के लिए भी जिम्मेदार था। शुरुआती जानकारी के मुताबिक जिस वक्त सुरक्षाबलों से उसका सामना हुआ वह कार में सवार था। सुरक्षाबलों के अवरोध के बाद वह रुका नहीं और फायरिंग शुरू कर दी। इसपर भारतीय सुरक्षाबलों ने जवाबी फायरिंग की जिसमें उसकी मौत हो गई।

इसी बीच जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि आसिफ ने सोपोर में आतंक मचा रखा था और पिछले एक महीने से वह खासा सक्रिय था। उसने अपने वर्करों का इस्तेमाल कर दीवारों पर पोस्टर लगवाए, जिसमें लोगों को धमकी दी गई कि वो अपनी दैनिक गतिविधियों के लिए दुकानें ना खोलें।

डीजीपी ने बताया कि आज सुबह खुफिया सूचना के आधार पर हमने नाकाबंदी की। उसे रुकने के लिए कहा गया मगर वह नहीं रुका। उसने पुलिस पार्टी पर ग्रेनेड फेंके और गोलीबारी की जिसमें हमारे दो जवान जख्मी हो गए। हालांकि वो अब खतरे से बाहर हैं।

उल्लेखनीय है कि यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब बीते सोमवार को सुरक्षाबलों ने आठ आंतकियों को गिरफ्तार किया। जिन आतंकियों को गिरफ्तार किया गया उनकी पहचान अजीज मीर, तौसिफ नजर, इम्तियाज नजर, उमर अकबर, फैजान लतीफ, दानिश हबीब और शौकत अहमद मीर के रूप में की गई। बता दें कि पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इलाकों में स्थानीय लोगों की हत्या में इन आतंकियों का हाथ तो नहीं था।