लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने टीएमसी के 42 प्रत्याशी काफी पहले ही उतार दिए थे। ममता ने कैश फॉर क्वेरी में फंसी तृणमूल कांग्रेस की निलंबित सांसद महुआ मोइत्रा पर भरोसा जताया है। महुआ तो कृष्णानगर सीट पर घेरने के लिए बीजेपी ने एक बड़ा दांव चला है। बीजेपी ने महुआ मोइत्रा के सामने वहां की रानी मां अमृता रॉय (Amrita Roy) को उतारा है।

बता दें कि 20 मार्च को अमृत रॉय बीजेपी में शामिल हो गईं, उन्होंने बंगाल में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी।रानी अमृता रॉय को चुनाव में उतारने का बीजेपी का फैसला एक मास्टर स्ट्रोक के तौर पर देखा जा रहा है।

अमृता रॉय को बीजेपी ने शामिल होने के हफ्ते भर बाद ही लोकसभा सीट का टिकट दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे महुआ मोइत्रा को टक्कर दे पाती हैं या नहीं,क्योंकि कृष्णानगर सीट महुआ मोइत्रा का गढ़ मानी जाती है।

कौन हैं रानी अमृता रॉय?

बता दें कि अमृता रॉय कृष्णानगर के ‘राजबाड़ी’ की राजमाता हैं। वह कृष्णानगर से संबंध रखती हैं। यहां18वीं सदी में तत्कालीन महाराजा कृष्ण चंद्र रॉय का राज हुआ करता था। बंगाल में एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व के रूप में कृष्ण चंद्र एक बड़े राजा थे। कृष्ण चंद्र को 18 साल की उम्र में राजगद्दी मिली थी। उन्होंने सामाजिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक सुधारों में महत्वपूर्ण प्रगति की। राज्य के विकास में बहुत योगदान दिया और शासक के रूप में समाज और भविष्य पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा था।

बीजेपी के लिए फायदा कैसे?

कृष्ण चंद्र रॉय के परिवार का योगदान बंगाल को अच्छे से याद है और इसके चलते ही अमृता रॉय का सियासी रसूख काफी मजबूत साबित हो सकता है। इसके चलते यह माना जा रहा है कि बीजेपी में रानी साहिबा का शामिल होना बीजेपी के लिए एक बड़े फायदे का सबब हो सकता है। अगर इस सीट पर उनकी जीत होती है, तो यह टीएमसी के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।

माना जा रहा है कि अमृता रॉय की उम्मीदवारी से बीजेपी कार्यकर्ताओं का मनोबल काफी बढ़ेगा और पार्टी को प्रदेश में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ कड़ी टक्कर देने में भी मदद मिलेगी। बता दें कि नदिया जिला नेतृत्व ने सबसे पहले अमृता रॉय को उम्मीदवार बनाने में दिलचस्पी दिखाई थी पार्टी ने उनसे संपर्क करना शुरू किया और लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कई दौर की बातचीत की जिसके बाद वे 20 मार्च को पार्टी में शामिल हो गई थी।