गोमांस पर केंद्रीय राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की ‘नागवार सलाह’ पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने मंगलवार को यहां कि वे नकवी के इस बयान को आपत्तिजनक मानते हैं कि गोमांस खाने वाले पाकिस्तान चले जाएं। रिजिजू ने इस बयान को अवांछनीय बताया।
केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार एजल की दो दिनी यात्रा पर आए रिजिजू ने पत्रकारों से कहा कि वैसे राज्य जहां हिंदू बहुसंख्यक हैं, वहां गो हत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून बना सकते हैं। लेकिन पूर्वोत्तर राज्यों पर इसे थोपा नहीं जा सकता। यहां बहुसंख्य लोग गोमांस खाते हैं।
उन्होंने कहा कि मैं अरुणाचल प्रदेश से हूं, मैं गोमांस खाता हूं , क्या कोई मुझे ऐसा करने से रोक सकता है। इसलिए इस मुद्दे को लेकर ज्यादा संवेदनशील होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा हमारा देश लोकतांत्रिक है, कभी-कभार कुछ लोग ऐसे बयान देते हैं, जो स्वीकार्य नहीं।
मंत्री ने कहा कि अगर कोई मिजो ईसाई कहता हूं कि यह जीसस की धरती है तो इस पर पंजाब और हरियाणा के लोगों को क्या समस्या हो सकती है। हमें एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में सभी लोगों की संस्कृति, परंपराओं, आदतों और भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए।
एक सवाल पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि मिजोरम में राज्यपालों का बार-बार बदलना दुर्भाग्यपूर्ण है। रिजिजू ने कहा कि मिजोरम और पूर्वोत्तर के दूसरे राज्यों में भेजे जाने के बाद राज्यपालों के इस्तीफा देने का उन्होंने खुलकर विरोध किया था।
रिजिजू ने कहा, यह अच्छा नहीं है कि राज्यपालों ने पूर्वोत्तर को सजा के तौर पर की गई तैनाती के रूप में लिया। कुछ राज्यपालों को मिजोरम भेजे जाने के बाद उनको बर्खास्त करने के बारे में गृह राज्य मंत्री ने कहा कि उनको ‘भ्रष्टाचार के आरोपों’ के कारण बर्खास्त किया गया।