Kerala Idukki Dam Water Level Today 2018 News, Kerala Rain Weather Forecast Today, Kerala Floods News 2018: दक्षिण पश्चिमी मॉनसून ने केरल में भारी तबाही मचाई है। पिछले 48 घंटों में यहां कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई। इडुक्की में 11 लोग मारे गए हैं, जबकि मालाप्पुरम में पांच, वयानाड में तीन, कन्नूर में दो और कोझिकोड़ में एक व्यक्ति की मौत हुई है। बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की टीमें लगाई गई हैं। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने हालात को ‘बेहद गंभीर’ करार दिया है। राज्य के विभिन्न बांधों का जलस्तर लगभग अपने अधिकतम पर पहुंच गया है। कम से कम 24 रिजवॉयर्स के शटर्स को इसलिए खोल दिया गया है ताकि पानी बाहर निकाला जा सके।
पिछले दो दिन में हुई बारिश और इदामलयार बांध से छोड़े गए पानी के चलते पेरियार नदी में बाढ़ आ गई और पानी कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के परिसर तक पहुंच गया, जो दोपहर बाद सभी पहुंचने वाले विमानों के लिए बंद था। लेकिन पानी 3 बजे हटने के बाद, हवाईअड्डे को फिर खोला गया।
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राज्य के कई जिलों में राहत व बचाव कार्यों पहले से ही सेना जुटी हुई है। बुधवार से राज्य के कई जिलों में भारी बारिश हुई है। गुरुवार तक 24 लोगों की मौत हुई थी, जबकि शुक्रवार को मृतकों की संख्या बढ़कर 27 हो गई।
इडुक्की बांध के सभी पांच गेट खोल देने पर बांध के पास स्थित चेरुथोनी शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इसके पहले बांध 1992 में खोला गया था, इसलिए नदी के तट पर काफी अतिक्रमण हो गया है। इस क्षेत्र में कृषि गतिविधियां होने लगी हैं और घर बन गए हैं। एहतियात के तौर पर नदी के किनारे रहने वाले लगभग 200 परिवार पहले ही अपने घर खाली कर चुके हैं।
इडुक्की बांध के सभी पांच द्वार खोल देने से बाढ़ का पानी पेरियार झील की ओर जा रहा है, जिससे फसलों और संपत्तियों को भारी नुकसान हो रहा है। बांध के पास स्थित चेरुथोनी शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।
मुख्यमंत्री पिनरई विजयन स्थिति पर बराबर नजर बनाए हुए हैं और अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। वह तिरुवनंतपुरम में अपने कार्यालय में रह रहे हैं और विभिन्न जिला प्रशासनों और केरल राज्य विद्युत बोर्ड के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाए हुए हैं, जो बांध को नियंत्रित करते हैं।
इडुक्की में लगातार भारी बारिश के चलते अधिकारियों को मजबूरन शुक्रवार दोपहर इदमलयार बांध के शेष दो द्वार भी खोलने पड़े। भारी बारिश के चलते राज्य में हुई विभिन्न घटनाओं में मृतकों की संख्या 27 तक पहुंच गई है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बाढ़ से ग्रस्त राज्य के अन्य हिस्सों में बारिश में कमी हुई है।
मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने तिरुवनंतपुरम में शीर्ष अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की और बचाव कार्य में मदद के लिए रक्षा बलों की सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि पूरा ध्यान अब एर्नाकुलम जिले के निचले इलाके में रहने वाले लोगों के पुनर्वास पर है और यह इडुक्की बांध से जारी पानी के कारण आवश्यक है।
केरल में बड़े इलाके बाढ़ के पानी से भरे हैं। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण 48 घंटों में अबतक 27 लोगों की मौत हो चुकी है। केरल के कई जिलों में बुधवार से भारी बारिश जारी है।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि पेरियार नदी के तट पर रहने वाले लोग को घबराने की जरूरत नहीं है। जल संग्रहण की अत्यधिक क्षमता तक जलस्तर के पहुंच जाने के बाद इदमलयार बांध के सभी फाटकों को एक मीटर खोल दिया गया। अधिकारियों ने जलाश्य में जलस्तर 168.20 मीटर चले जाने के बाद इदमलयार बांध पर कल रेड अलर्ट जारी किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि 164 क्यूमेक्स (घन मीटर / सेकंड) पानी छोड़ा जा रहा है।
पेरियार नदी में जलस्तर बढ़ जाने के कारण इसके अधिक पानी को छोड़ने के लिए इदमलयार बांध के चार फाटकों को आज सुबह खोल दिया गया। एर्णाकुलम जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि पानी छोड़े जाने के कारण इन क्षेत्रों में परेशानी की आशंका को देखते हुये चोरिनक्कारा और कोमबनाद गांवों में राहत शिविर खोले गये हैं। बांध का फाटक सुबह पांच बजे, छह बजे और आठ बजे खोला गया।
केरल के मुन्नार जिले में स्थित एक रिजॉर्ट में करीब 60 लोग फंसे हुए हैं। यहां जाने वाले सभी सड़कें भू-स्खलन के बाद ब्लॉक हो गई हैं।
भारी बारिश के कारण कई नदियां उफान पर हैं जिस कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में कम से कम 24 बांधों को खोल दिया गया है। एशिया के सबसे बड़े अर्ध चंद्राकार बांध इडुक्की जलाशय से पानी छोड़े जाने से पहले रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। सरकार ने बताया कि राज्य में पिछले दो दिनों में दस हजार से अधिक लोगों को 157 राहत शिविरों में भेजा गया है। सरकार ने लोगों से कहा है कि राज्य के ऊपरी इलाकों और बांध वाले इलाकों में नहीं जाएं।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि उन्होंने केरल की हालत को लेकर मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन से बात की है और कहा है कि केंद्र हर संभव मदद करने को तैयार है। इसके साथ ही गृह मंत्रालय लगातार केरल की स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
इससे पेरियार नदी में 125 क्यूसेक (1,25,000 लिटर प्रति सेकेंड) पानी पहुंचा।
इडुक्की की क्षमता 2,403 फीट है। जब गुरुवार को इसका जलस्तर 2,399 फीट हो गया तब अधिकारी सतर्क हो गए। शुक्रवार को दो और शटर खोले जाने के बाद जलस्तर 2,400 फीट को पार कर गया। जब पानी छोड़ा जाता है तो पेरियार नदी तक पानी पहुंचने में चार से पांच घंटे लगते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रया बल को इडुक्की, कोझिकोड, वायनाड और मलप्पुरम जिले के प्रभावित इलाकों में राहत अभियान में प्रशासन का सहयोग करने के लिए तैनात किया गया है। भारी बारिश के कारण कई नदियां उफान पर हैं जिस कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में कम से कम 24 बांधों को खोल दिया गया है।
राज्य के इतिहास में पहली बार 24 बांधों को एक साथ तब खोला गया है जब उनमें जल स्तर अधिकतम सीमा तक पहुंच गया है। इडुक्की जलाशय के चेरूथोनी बांध को 26 वर्षों के बाद खोला गया है। अधिकारियों ने बताया कि वायनाड जिले में तीन लोगों की जबकि कन्नूर, एर्नाकुलम और पलक्कड़ में दो-दो लोगों की मौत हुई है।
आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून से एक जून से आठ अगस्त तक 474.8 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि इस दौरान सामान्य बारिश 526.7 मिलीमीटर होती है। इस प्रकार पूरे सीजन में अब तक सामान्य से 10 फीसदी कम बारिश हुई है। हालांकि केरल में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है।
शुक्रवार सुबह इडुक्की बांध के दो और शटर्स खोल दिए गए। इसके चलते पेरियार नदी के जल में 125 क्यूसेक की बढ़ोत्तरी हुई है।
सीएम ने स्थिति का आकलन करने के लिए आपातकालीन बैठक आयोजित की और बचाव और राहत अभियान का नेतृत्व करने के लिए वरिष्ठ अधिकारी पी.एच. कुरियन को नियुक्त किया। राज्य सचिवालय में एक विशेष निगरानी प्रकोष्ठ भी खोला गया है और सभी 14 जिला कलेक्टरों को हर जिले में एक निगरानी केंद्र खोलने का निर्देश दिया गया है। दक्षिणी नौसेना कमांड ने चार डाइविंग टीमों व एक सी किंग हेलीकॉप्टर भेजा है।
इडुक्की के विद्युत मंत्री एम.एम मणि ने कहा कि जिले में स्थिति बहुत बुरी है। मणि ने कहा, "इदामालयर बांध के द्वार खोले गए। हम इडुक्की बांध का भी एक द्वार खोलेंगे।" उल्लेखनीय है कि 26 वर्षो के अंतराल के बाद दोपहर 12.30 बजे इडुक्की बांध का एक द्वार परीक्षण और पानी के प्रवाह के आकलन के लिए खोला गया। इसे रात भर के लिए खोला रखा जाएगा। अगर पानी का स्तर नहीं गिरता है तो दूसरे द्वारों को भी शुक्रवार की सुबह खोला जा सकता है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की चार टीमें चेन्नई से केरल के लिए रवाना हुई है। एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल बाढ़ के इलाके का दौरा कर रही है और बेंगलुरू से सैन्य मदद भेजी गई है। इससे पहले मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि बारिश ने राज्य भर में जीवन व संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा, "चूंकि अधिक बारिश की संभावना है, अधिक सावधानी बरतने के कारण पुन्नामादा झील पर आगामी नेहरू वोट रेस स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। आयोजकों द्वारा नई तिथियों की घोषणा की जाएगी।" उन्होंने कहा कि केंद्रीय दल ने सभी तरह का सहयोग मुहैया कराने के लिए सहमत है।