बीते शनिवार (8 सितंबर, 2018) को पांच ननों ने सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर उस बिशप को तुरंत गिरफ्तार किए जाने की मांग जिसपर एक नन ने बलात्कार का आरोप लगाया है। इस साल जून में एक नन ने शिकायत दर्ज कराई कि जालंधर के बिशप फ्रैंको मुल्कल ने उसका 13 बार बलात्कार किया। ये घिनौना अपराध मई 2014 के बाद दो सालों तक किया गया। मामले में 28 जून को कोट्टायाम पुलिस ने केस दर्ज किया और पिछले महीने मुल्लक को पूछताछ के लिए बुलाया गया। हालांकि राज्य के निर्दलीय विधायक ने ही पीड़िता के आरोपों पर सवाल उठा दिए हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक विधायक पीसी जोर्ज ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि नन एक वेश्या है। 12 बार उसने मजे लिए और 13वीं बार ये बलात्कार हो गया। जब पहली बार रेप हुआ तो उसने शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई।’
वहीं आरोपी की गिरफ्तारी के लिए नन का समर्थन कर रहीं सिस्टर अनुपमा ने बताया, ‘हम चर्च और सरकार के यहां दस्तक दे रहे हैं। हमारी मदद करने के लिए कोई नहीं है।’ बिशप की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन में भाग लेने वाली अन्य नन ने बताया, ‘आरोपी बिशप के पास केरल के अलावा पंजाब में राजनीतिक ताकत हैं। वह सभी को प्रभावित करने के लिए पैसों का इस्तेमाल कर रहा है।’ गिरफ्तारी की मांग वाली तख्तियां लिए प्रदर्शनकारी एक नन ने कहा, ‘हम अपनी सिस्टर के लिए लड़ रहे हैं। उसे चर्च, सरकार और पुलिस से न्याय नहीं मिला है। हम अपनी सिस्टर को न्याय दिलाने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं।
दूसरी तरफ एक अन्य जो विरोध प्रदर्शन में भाग लेने पहुंची उसने प्लेकार्ड पकड़ा था, जिसपर लिखा था, ‘कौन फ्रांसो का बचाव कर रहा है। हमें इंसाफ चाहिए। हमारी जिंदगी खतरे में हैं।’ ज्वाइंट क्रिस्चियन काउंसिल के वर्किंग प्रेसिडेंट जोर्ज जोसफ ने कहा, ‘प्रदर्शन राज्य सरकार और पुलिस के खिलाफ था। शिकायतकर्ता को सरकार से इंसाफ चाहिए। बिशब मुल्कल की गिरफ्तारी होनी चाहिए। एक बार वो गिरफ्तार हो जाए। तब चर्च को उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया जाएगा। इसलिए सरकार को पहले एक्शन लेना चाहिए।’ (अन्य इनपुट सहित)