अपनी तीन साथियों के साथ जहरीला फल खाकर आत्महत्या के प्रयास के दौरान, जिस उभरती नौकायन खिलाड़ी की मौत हुई, उसने दम तोड़ने से पहले अपनी मां से यह कदम उठाने पर माफी मांगी थी।

लड़कियों ने यह कदम यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र में सीनियर्स द्वारा कथित रूप से प्रताड़ित किए जाने के बाद उठाया।

अपर्णा की शोक संतृप्त मां गीता ने बताया कि अस्पताल में जिंदगी के लिए लड़ाई लड़ रही अपर्णा ने उन्हें साई हॉस्टल में सीनियर्स द्वारा उसे दी जा रही ‘मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना’ के बारे में बताया था।

अपर्णा की मां ने कहा कि अंतिम सांस लेने से पहले अपर्णा ने कहा, मां, मुझे माफ कर दो। मैंने सीनियर ‘चेचियों’ (बड़ी बहनों) द्वारा किए जाने वाले उत्पीड़न के कारण किया। क्या मैं नहीं बचूंगी? गीता ने यह भी कहा कि उनकी बेटी का आत्महत्या का इरादा नहीं था, लेकिन उसने यह बड़ा कदम उठा लिया क्योंकि लगातार प्रताड़ना के बाद उसके सामने कोई और विकल्प बचा ही नहीं था।