पुलवामा हमले की बरसी पर पाकिस्तान के समर्थन में कथित रूप से नारेबाजी करने और सोशल मीडिया पर उसका वीडियो पोस्ट करने को लेकर राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए तीन कश्मीरी छात्रों को रिहाई के बाद सोमवार को फिर गिरफ्तार कर लिया गया है। सीआरपीसी की धारा 169 के तहत बांड भरवाकर तीनों छात्रों को रिहा करने के पुलिस के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होने के बाद यह कार्रवाई की गई।
ये तीनों कर्नाटक में हुबली जिले के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र हैं। कॉलेज अधिकारियोंं के मुताबिक दो छात्र इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष के छात्र हैं। जबकि एक छात्र दूसरे वर्ष का छात्र है। हुबली-धारवाड़ के पुलिस आयुक्त आर. दिलीप ने कहा कि, ‘‘ उन्हें (कश्मीरी छात्रों को) गिरफ्तार कर लिया गया और अदालत के समक्ष पेश कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।’’ रविवार को इन छात्रों की रिहाई को लेकर पुलिस की खासी आलोचना हुई थी।
आर दिलीप ने कहा कि उन पर आईपीसी की धारा 124 ए (राजद्रोह) और धारा 153 ए (धर्म, जाति, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच घृणा, दुश्मनी या घृणा की भावना को बढ़ावा देना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि छात्रों को गोकुल रोड पुलिस ने हिरासत में लिया था।
#WATCH 3 Kashmiri students of KLE Institute of Technology, arrested after their video allegedly with pro-Pak slogans went viral, were produced before a court in Hubli today amid protest by some lawyers & activists of Hindu orgs. They’ve been sent to judicial custody till March 2. pic.twitter.com/WrwW8HtMIS
— ANI (@ANI) February 17, 2020
पुलिस सूत्रों के अनुसार, तीनों छात्रों को सोमवार की सुबह गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। छात्रों की रिहाई के विरोध में दक्षिणपंथी संगठनों के कुछ सदस्यों ने रविवार को पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।पुलिस सूत्रों ने बताया कि गृहमंत्री बासवराज बोम्मई ने भी पुलिस अधिकारियों से इस मामले में बातचीत की थी।
(भाषा इनपुट्स के साथ)