जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों के एक समूह ने संस्थान की ओर से सह-आयोजित किए जा रहे एक कार्यक्रम में योग गुरु रामदेव को प्रमुख वक्ता के तौर पर आमंत्रित करने के विश्वविद्यालय के फैसले का विरोध किया है। छात्रों ने इस कदम को संस्थान पर ‘दक्षिणपंथ का एक मूक हमला’ करार देते हुए विश्वविद्यालय के अधिकारियों से ’22वीं इंटरनेशनल कांग्रेस ऑफ वेदांता’ में शामिल होने के लिए योग गुरु को दिया गया अपना आमंत्रण वापस लेने के लिए कहा और ऐसा नहीं करने पर विरोध प्रदर्शन का सामना करने को कहा।

सम्मेलन का आयोजन 27 से 30 दिसंबर तक होना है। रामदेव को 30 दिसंबर को संबोधन के लिए बुलाया गया है। जेएनयू छात्र संघ उपाध्यक्ष शहला राशिद शोरा ने कहा, ‘जेएनयू जैसे प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान को इस तरह के लोगों को एक शैक्षणिक सभा को संबोधित करने के लिए नहीं बुलाना चाहिए, जिनकी पृष्ठभूमि पर सवालिया निशान हैं।’ वहीं विश्वविद्यालय के प्रवक्ता मुद्दे पर टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे।