पुलवामा आतंकी हमले को एक साल हो गया है। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। यह जवान सीआरपीएफ की 76 बटालियन से थे। शहीदों में एक नाम विजय सोरेंग का भी था। विजय सोरेंग झारखंड के गुमला जिले के मायाटोली गांव के रहने वाले थे। जहां अब उनकी पत्नी विमला देवी अपने चार बच्चों के साथ रहती है। विमला की आर्थिक हालत इतनी खराब है कि वे सड़क पर सब्जियां बेच रही हैं। हालांकि हमले के बाद सरकार द्वारा शहीदों के परिवारों के लिए कई तरह के वादे किए गए थे।
विमला देवी की सब्जियां बेचते हुए एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। ये तस्वीर पूरे देश और व्यवस्था को शर्मसार कर रही है। इस तस्वीर में विमला सड़क किनारे बैठी सब्जी बेच रही हैं। शहीद की पत्नी की इस तस्वीर को एक ट्विटर यूजर ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग करते हुए ट्वीट किया था।
.@dc_simdega शहीद देश की धरोहर होते हैं। कृपया इनकी हर सम्भव मदद करते हुए ज़रूरी सभी सरकारी योजनाओं का लाभ जल्द से जल्द पहुँचाते हुए सूचित करें।
ध्यान आकृष्ट कराने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद प्रशांत भाई। सरकार की तरफ़ से इन्हें हर सम्भव मदद की जाएगी। https://t.co/JDat37k9Ry
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) February 14, 2020
इस ट्वीट को हेमंत सोरेन ने रीट्वीट किया और सिमडेगा के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) को टैग करते हुए लिखा “शहीद देश की धरोहर होते हैं। कृपया इनकी हर सम्भव मदद करते हुए ज़रूरी सभी सरकारी योजनाओं का लाभ जल्द से जल्द पहुँचाते हुए सूचित करें। ध्यान आकृष्ट कराने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद प्रशांत भाई। सरकार की तरफ़ से इन्हें हर सम्भव मदद की जाएगी।”
मुख्यमंत्री के ट्वीट का जवाब देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने लिखा “सर जिला प्रशासन की ओर से हर संभव मदद देने की पहल शहीद के आश्रितों को देने की पहल की जा रही है। आज सुबह ही अनुमंडल पदाधिकारी, सिमडेगा तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी, सिमडेगा ने शहीद के आश्रितों के घर जाकर उनसे मुलाकात तथा उनका हालचाल लिया।” बता दें इस हमले के दो दिन बाद झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने एक माह का वेतन देने का ऐलान किया था। ऐसा करते हुए दास ने कहा था, ‘मैं शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं। हमारी सरकार विजय सोरेंग के परिजनों को 10 लाख रुपये और एक नौकरी देगी।’