झारखंड चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन के लिए राहत की खबर आई है। आरजेडी अब इंडिया के साथ मिलकर ही चुनाव लड़ने जा रही है। बताया जा रहा है कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने खुद अपने हाथों में कमान संभाली और सीधे सीएम हेमंत सोरेन को फोन लगा दिया। उस एक कॉल का असर यह रहा कि आरजेडी अब 6 सीटों पर झारखंड में चुनाव लड़ने जा रही है, इसके ऊपर इंडिया गठबंधन में रहकर ही उसने यह डील हासिल कर ली है।
झारखंड: लालू-सोरेन में क्या बातचीत हुई?
बताया जा रहा है कि लालू ने सोरेन को फोन में एकजुटता का मंत्र दिया और उसी वजह से ज्यादा सीटें देने को राजी नहीं हो रहे जेएमएम प्रमुख ने राजद के लिए 6 सीटों का दरवाजा खोल दिया। इससे पहले तक तो कहा जा रहा था कि तेजस्वी यादव खासा नाराज हैं और वे किसी भी वक्त पार्टी के अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर सकते हैं। लेकिन जब लालू प्रसाद यादव को इस बारे में पता चला, उन्होंने बिना समय गवाएं सीधे हेमंत सोरेन से बात की।
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लालू ने क्या बात बताई?
उस बातचीत के बाद अब झारखंड में इंडिया गठबंधन टूटते-टूटते बच गया है। द हिंदू के मुताबिक मीडिया से बात करते हुे लालू ने कहा है कि झारखंड में अब बीजेपी की हार होने वाली है। इंडिया गठबंधन पूरी तरह एकजुट है। झारखंड में बीजेपी ने सबसे ज्यादा राज किया और उसने इसे बर्बाद करने का भी काम किया। अब जानकारी के लिए बता दें कि लालू के हस्तक्षेप के बाद झारखंड में सीट शेयरिंग भी फाइनल हो गई है।
पहले क्या विवाद चल रहा था?
इससे पहले तक तो मनोज झा ने तल्खी भरे अंदाज में कह दिया था कि सीट शेयरिंग कोई 2 मिनट के नूडल्स बनाने जैसा नहीं है। उनके मुताबिक 15 से 18 झारखंड की ऐसी सीटे हैं जहां आरजेडी अपने दम पर बीजेपी को हरा सकती है। लेकिन जेएमएम और कांग्रेस ने एकतरफा फैसला लेते हुए सीट शेयरिंग का ऐलान किया। इसी वजह से अब आरजेडी अपनी राहें अलग कर सकती है।
इंडिया गठबंधन में किसे कितनी सीटें?
लेकिन अब ऐसी खबर है कि जेएमम खुद 41 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है, कांग्रेस को 30 सीटें मिलेंगी, आरजेडी के खाते में 6 सीटें जाएंगी और लेफ्ट को भी 4 सीटें मिल सकती हैं। इस तरह से 81 सीटों पर इंडिया गठबंधन ने डील लॉक कर ली है। दूसरी तरफ एनडीए ने भी सीट शेयरिंग का ऐलान कर दिया है। राज्य में चुनाव 19 नवंबर को होने जा रहे हैं और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।