आरक्षण के लिए जाटों की आंदोलन फिर शुरू करने की चेतावनी को लेकर उपजी तनाव की स्थिति के बीच केंद्र ने अर्धसैनिक बलों के 3000 जवानों को हरियाणा में शांति सुनिश्चित करने के लिए भेजा है तथा दिल्ली को जल की आपूर्ति करने वाली मुनक नहर की सुरक्षा के लिए 300 अन्य जवानों को तैनात किया गया है।
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज कहा, हरियाणा के लिए सभी बंदोबस्त कर लिये गये हैं और बलों को भेज दिया गया है। अधिकारी ने कहा कि सभी संवेदनशील जगहों पर, राजमार्गों पर कुछ स्थानों पर और मुनक नहर के लिए अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।
तो दूसरी ओर रोहतक में कई मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर्स ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। सरकार ने ये कदम जाट आंदोलन की आग फिर से ना भड़के इस लिए उठाया है। गौरतलब है कि बीते माह ही जाट आंदोलन में हरियाणा का रोहतक, सोनीपत में हिंसक जाट आंदोलन हुआ था। जहां नगरों में लोगों की दुकानें जलाई गई तो वहीं दूसरी ओर रेलवे ट्रैक पर जाम कर दिया था।
हरियाणा में जाट समुदाय का सरकार को दिया गया अल्टीमेटम आज खत्म हो गया है। सरकार ने भी आरक्षण का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं आया है। ऐसे में दोबारा आंदोलन की धमकी दी गई है। इस बीच जाटों की मांग है कि पिछले महीने हुई हिंसा के दौरान जाट समुदाय के जिन लोगों पर केस दर्ज हुआ था उसे वापस लिया जाए।