जम्मू-कश्मीर में पहले चरण की वोटिंग शुरू हो गई है। कुल 24 सीटों पर वोट पड़ रहे हैं, कई दिग्गजों की किस्तम दांव पर लगी है। अब यह चुनाव क्योंकि पूरे एक दशक बाद हो रहे हैं, ऐसे में इनकी अहमियत भी बढ़ चुकी है और कई दिग्गजों की किस्मत भी दांव पर है। बीजेपी से लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस तक, पीडीपी से लेकर निर्दलीय उम्मीदवार तक, सभी ने इस चुनाव को काफी दिलचस्प बनाने का काम कर दिया है। यह चुनाव क्योंकि अनुच्छेद 370 के खत्म होने के बाद हो रहे हैं, इस वजह से भी इसकी चर्चा ज्यादा है।

जम्मू-कश्मीर चुनाव: पिछली बार का ट्रेंड

अब पहले चरण में कौन पार्टी कितनी बढ़त बनाने वाली है, यह तो जनता का वोट तय करेगा। लेकिन अगर पिछली बार के चुनावी नतीजों पर नजर डालें तो एक ट्रेंड जरूर समझ आ सकता है। पता चलता है कि उस चुनाव में महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी मजबूत स्थिति में थी, उसने ज्यादा सीटें जीतने का काम किया था। 2014 के चुनाव में दक्षिण कश्मीर में जिन 22 सीटों पर वोटिंग हुई थी, उनमें 11 सीटों पर पीडीपी को जीत मिली थी, बीजेपी और कांग्रेस ने भी 4 सीटें अपने नाम की थीं।

LIVE: 24 सीटों पर वोटिंग शुरू

अगर नेशन कॉन्फ्रेंस की बात करें तो उसने भी 2 सीटें जीत ली थीं। सीपीआई एम को भी पहले चरण में एक सीट जीतने का मौका मिला था। अब समझने वाली बात यह है कि पहले चरण में दक्षिण कश्मीर की जिन सीटों पर वोटिंग हो रही है, वहां पर पीडीपी का काफी मजबूत आधार माना जाता है, उन सीटों पर हमेशा से ही महबूबा की पार्टी की बढ़त रही है।

लोकसभा चुनाव से समझें विधानसभा का ट्रेंड

अगर लोकसभा चुनाव के लिहाज से बात करें तो 2014 में तो 11 विधानसा सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस की बढ़त थी, पीडीपी को पांच सीटों पर बढ़त दिख रही थी, कांग्रेस को तीन पर और बीजेपी भी 3 सीटों पर लीड बनाए हुए थी। इसी तरह 2019 के लोकसभा चुनाव को देखें तो विधानसभा सीटों के हिसाब से कांग्रेस 9 सीटों पर आगे चल रही थी, एनसी 6 पर, पीडीपी 4 पर और बीजेपी सिर्फ 2 पर। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में देखें तो नेशनल कॉन्फ्रेंस 11 सीटों पर आगे थी, पीडीपी पांच पर, कांग्रेस 4 पर और बीजेपी तीन पर।

अब इस बार के विधानसभा चुनाव को देखें तो पहले चरण में ही कई दिग्गज मैदान में खड़े हैं। कश्मीर में प्रमुख उम्मीदवारों में – मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के मोहम्मद यूसुफ तारिगामी कुलग्राम सीट से लगातार पांचवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं। उनके अलावा कांग्रेस पार्टी के गुलाम अहमद मीर डूरू से तीसरी बार जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) की सकीना इटू दमहाल हाजीपोरा से चुनाव लड़ रहीं हैं।

पहले चरण में कौन-कौन दिग्गज?

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सरताज मदनी (देवसर) और अब्दुल रहमान वीरी (शांगस-अनंतनाग) भी प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं। बिजबेहरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही पीडीपी की इल्तिजा मुफ्ती का नेशनल कॉन्फ्रेंस के बशीर अहमद वीरी और बीजेपी के सोफी मोहम्मद यूसुफ से मुकाबला है। पुलवामा सीट पर पीडीपी के वहीद पारा चुनाव लड़ रहे हैं। वह आतंकवाद के एक मामले में आरोपी हैं। उन्हें पार्टी के पूर्व सहकर्मी एवं नेकां उम्मीदवार मोहम्मद खलील से कड़ी चुनौती मिल रही है। प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के पूर्व सदस्य तलत मजीद अली के भी मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।