जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया है। इस मुठभेड़ के दौरान घायल सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हुआ है। सीआरपीएफ की 182वीं बटालियन के हेड कॉन्स्टेबल सुनील काले को बडगाम में श्रद्धांजलि दी गई है। सुबह में पुलवामा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में वह शहीद हो गए थे। पुलवामा के बाद सुरक्षा बलों ने श्रीनगर के हरवान में आतंकियों के ठिकाने को ध्वस्त किया है। मौके से बड़े पैमाने पर ग्रेनेड, जीपीएस, एके मैगजीन हुईं बरामद। सेना की चिनार कॉर्प्स के मुताबिक अब भी जारी है ऑपरेशन।
पुलवामा के बुंदजू इलाके में मंगलवार तड़के सुरक्षाबलों ने आतंकियों की तलाश में ऑपरेशन शुरू किया था। गांव में आतंकियों की मौजूदगी की खबर मिलने पर उनकी तलाश शुरू की गई थी। इसी बीच आतंकियों की ओर से की गई फायरिंग में सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया था, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन गंभीर रूप से घायल होने के चलते सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए। सेना के मुताबिक मौके पर दो से तीन आतंकियों की मौजूदगी की आशंका थी। फिलहाल दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया है।
दोनों आतंकियों के पास से AK-47 राइफलें बरामद हुई हैं। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि अब भी सर्च जारी है और कुछ अन्य आतंकी भी इलाके में छिपे हो सकते हैं। सेना, सीआरपीएफ के अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस भी इस मुठभेड़ में सहयोग कर रही है। इससे पहले सोमवार को अनंतनाग जिले के वेरिनाग इलाके में सर्च ऑपरेशन के दौरान कुछ आतंकी मौके से भागने में सफल रहे थे। मारे गए आतंकियों की अब तक पहचान नहीं की जा सकी है।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में महाराष्ट्र के सोलापुर का रहने वाला एक सीआरपीएफ जवान शहीद हो गया। अधिकारी उसका पार्थिव शरीर उसके पैतृक निवास लाने की तैयारी कर रहे हैं। सोलापुर के एक अधिकारी ने जिले के बरसी तहसील के पनगांव के निवासी सीआरपीएफ जवान सुनील काले के पुलवामा मुठभेड़ में शहीद होने की पुष्टि की।
अधिकारी ने बताया कि काले 2000 में सेवा में शामिल हुए थे और पिछले कुछ समय से वह जम्मू-कश्मीर में थे। उन्होंने कहा, ‘‘ संबंधित अधिकारी जवान के पार्थिव शरीर को वापस लाने की तैयारी में जुटे हैं।’’ पुलिस ने बताया कि सीआरपीएफ के जवान के अलावा मुठभेड़ में दो अज्ञात आतंकवादी भी मारे गए।
पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय चौकियों की ओर मोर्टार गोले दाग कर मंगलवार को जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया । अधिकारियों ने बताया, ‘‘मंगलवार दोपहर पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के मोर्टार तथा अन्य हथियारों से गोलीबारी कर माछिल में एलओसी पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया । ’’ उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने संघर्ष विराम उल्लंघन का माकूल जवाब दिया । हालांकि, घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान सुनील काले के शरीर में गोलियां लगी थीं। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान ही सुनील काले गोलियों के जख्म के चलते ही शहीद हो गए।
कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने कहा था कि लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल हिंद जैसे आतंकी संगठनों के सरगनाओं को सुरक्षा बलों ने बीते 4 महीने में मार गिराया है। उन्होंने कहा था कि इन आतंकियों के मारे जाने से सूबे में अमन कायम करने में मदद मिलेगी और इससे आतंकी संगठनों को बड़ा नुकसान पहुंचाने में सफलता मिली है।
हाल ही में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा था कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब राज्य में 4 प्रमुख आतंकी संगठनों के आकाओं को मार गिराया गया है।
पुलवामा के बाद सुरक्षा बलों ने श्रीनगर के हरवान में आतंकियों के ठिकाने को किया ध्वस्त। मौके से बड़े पैमाने पर ग्रेनेड, जीपीएस, एके मैगजीन हुईं बरामद। सेना की चिनार कॉर्प्स के मुताबिक अब भी जारी है ऑपरेशन।