जम्मू-कश्मीर के रहने वाले नाबील अहमद वानी ने सीमा सुरक्षा बल असिस्टेंट कमांडेंट (BSF) एग्जाम में टॉप रैंक हासिल की है। कामयाबी हासिल करने के बाद वानी ने कहा कि वह हमेशा से देश की सेवा और आतंकियों के खिलाफ जंग लड़ना चाहता था। एएनआई से बातचीत में नबील अहमद वानी ने कहा, ‘मैं युवाओं को कहना चाहता हूं कि वे अपने सपनों का पीछा करें, लेकिन उसके लिए गलत रास्ता न चुनें।

यह खबर ऐसे समय सामने आई है जब कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के 8 जुलाई को मारे जाने के बाद से हिंसा भड़की हुई। इस हिसा में अब तक 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों की संख्या में लोग घायल हुए हैं, इनमें से अधिकतर नौजवान हैं। इस तरह के मुद्दे घाटी में युवाओं को इस तरह गाइड किया जा रहा है उस पर विवाद खड़ा करते हैं। सीमा सुरक्षा बल असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा 26 जुलाई को आयोजित की गई थी।

गौरतलब है कि घाटी में जारी हिंसा के बीच जम्‍मू-कश्‍मीर के दौरे पर गया सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार को दिल्‍ली लौट आया। कश्मीर में फैली अशंति को कम करने के लिए चर्चा करने गए प्रतिनिधि मंडल से अलगवावादियों ने बात करने से मना कर दिया। वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्‍यमंत्री जितेंद्र सिंह का कहना है कि जम्‍मू-कश्‍मीर से लौटे प्रतिनिधिमंडल ने सर्वसम्‍मति से एक बयान तैयार किया है। उन्‍होंने कहा, ”प्रतिनिधिमंडल को लगता है कि एक सभ्‍य समाज में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है, राष्‍ट्र की संप्रभुता के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता।



Top 5 News: Terrorist Attack On Army Convoy In… by Jansatta