हाल ही में मुम्बई में जिफ की हुई मीटिंग में तय किया गया की इस साल से जिफ में स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट्स को बड़े स्तर पर जोड़ा जाएगा।
इसके लिए जिफ जल्दी ही आई क्रियेटिव प्रतियोगिता लांच कर रहा है जिससे विदयार्थियों को बड़े स्तर पर लाभ मिल सकेगा और उनकी प्रतिभा को एक मंच मिल सकेगा। इसी के मध्यनजर जिफ में बच्चों और यूथ के लिए अलग से कार्यक्रम भी रखे जाएंगे।
सबसे ख़ास बात इस मीटिंग की ये रही की जिफ इस साल से देश भर में फिल्म और सिनेमा के प्रति दर्शकों और सरकार में जो एक नकारात्क सोच है उसे दूर करने का काम करेगा।
सरकारों का फिल्म इंडस्ट्री के प्रति नाच गाने का जो नजरिया है, इस भ्रम को दूर करने लिए आगामी जिफ में अनेक कार्यक्रम रखे जा रहे हैं।
जिफ के चेयरमेन और रंग दे बसंती फिल्म के लेखक कमलेश पांडे ने कहा की फिल्म अब एक प्रोफेशन बन चुका है लोगो को अब इसे इसी नजरिये से देखना चाहिए। नजरिया बदलेगा तो काम करने का तरिका भी बदलेगा।
उन्होंने कहा की हम जिफ में फिल्मों से गायब होते गाँव को वापस लायेंगे। इस साल से जिफ का एक भाग गाँव में भी आयोजित किया जायेगा। धीरे धीरे इसे और विस्तार दिए जाने की योजना है।
उन्होंने कहा की आप जिफ में आईये, विश्व सिनेमा देखिये, आपका नजरिया बदल जाएगा। उन्होंने कहा की जिफ 2016 में मैं और मेरे साथ बहुत सारे लेखक और फिल्म निर्देशक आ रहे हैं, हम सब आपसे जयपुर में मिलेंगे-एक नई सोच को जन्म देने का काम करेंगे। फिल्म मात्र मनोरंजन नहीं है। ये शिक्षा, संदेश, जागरूकता और हमारी जीवन शैली का प्रतिक भी है।
जब आप देखते हैं तो सोचते हैं और ये सोचना ही आपके जीवन को प्रभावित करता है। फाउंडर निदेशक हनु रोज ने बताया की पिछले साल कई पत्रकारों ने जब कुछ फ़िल्में देखी तो उनसे कहते हुए सुना की यदि हम इस फिल्म फ़ैस्टीवल में फ़िल्में देखकर खबर बनायें तो बात ही कुछ और हो। तो इस कुछ और के कुतूहल के लिए जिफ में आपका स्वागत है। जिफ 2016 में बहुत खास होने जा रहा है।
जिफ 2016 के लिए फिल्म सबमिशन की रेगुलर डेडलाइन 10 अक्टूबर है। फिल्म मेकर्स अपनी शॉर्ट फिल्म, डाक्यूमेंट्री फिल्म, एनिमेशन, फीचर फिल्म और स्क्रीनप्ले इस समारोह में भेज सकते है।
जिफ के प्रवक्ता राजेन्द्र बोडा ने बताया की पांच दिनों तक चलने वाले जिफ 2016 का आयोजन 2-6 जनवरी, 2016 तक होगा। इस साल समारोह की खास बात ये रहेगी की समारोह में फिल्में विजिटरस नि:शुल्क देख सकेंगे। इसके लिए जिफ की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन ओपन है।
