बहुत दूर स्थित खगोलीय वस्तुओं के अध्ययन के उद्देश्य वाले भारत के पहले अंतरिक्ष उपग्रह ‘एस्ट्रोसैट’ को सितंबर में प्रस्तावित प्रक्षेपण के लिए आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्षकेन्द्र पर पहुंचाया गया है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन :इसरो: ने कहा कि उसके इसरो उपग्रह केन्द्र :इसाक: ने विशेष डिजायन वाली उपग्रह परिवहन प्रणाली :एसटीएस: की मदद से श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र पहुंचाया गया है।
इसाक ने 16 अगस्त को आकाशीय अन्वेषण के मिशन ‘एस्ट्रोसैट’ को रवाना किया था। इसरो प्रमुख किरन कुमार ने इससे पहले कहा था कि एस्ट्रोसैट का प्रक्षेपण सितंबर में होगा।
इसरो ने कहा कि टीम इसाक नये रूपरंग वाले उपग्रह तैयार करने की जिम्मेदारी पूरी करने के साथ विश्वस्तरीय एसटीएस, ‘मैकेनिकल ग्राउंड सपोर्ट इक्विपमेंट’ और ‘मास प्रोपर्टी मशीन्स इन हाउस’ का डिजायन बनाने तथा इसे विकसित करने का काम कर रही है।
श्रीहरिकोटा ले जाया गया एस्ट्रोसैट उपग्रह
बहुत दूर स्थित खगोलीय वस्तुओं के अध्ययन के उद्देश्य वाले भारत के पहले अंतरिक्ष उपग्रह ‘एस्ट्रोसैट’ को सितंबर में प्रस्तावित प्रक्षेपण के लिए आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्षकेन्द्र पर पहुंचाया गया है।
Written by भाषा
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First published on: 21-08-2015 at 05:30 IST