आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से नेवीगेशन सैटेलाइट आईआरएनएसएस-वनएच का प्रक्षेपण असफल हो गया है। इसरो चेयरमैन ए एस किरन कुमार ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी। कुमार ने कहा कि लॉन्च मिशन असफल रहा। उन्होंने कहा कि प्रक्षेपण के चौथे चरण में हीट शील्ड अलग नहीं हुआ। इसरो ने गुरुवार को शाम 7 बजे भारतीय नौवहन उपग्रह प्रणाली ‘एनएवीआईसी’ के तहत 1,425 किलोग्राम भार वाले इस उपग्रह को पीएसएलवी श्रेणी के एक्सएल संस्करण वाले रॉकेट से लांच किया था। आईआरएनएसएस-1एच भारतीय नौवहन उपग्रह प्रणाली के एक उपग्रह के स्थानापन्न के तौर पर लांच किया गया था। भारतीय उपग्रह प्रणाली एनएवीआईसी को साधारण शब्दों में भारत की जीपीएस प्रणाली कह सकते हैं। गुरुवार को अपराह्न 7 बजे 44.4 मीटर लंबे और 321 किलोग्राम का चार चरणों वाले पीएसएलवी-एक्सएल रॉकेट ने श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण स्थल के दूसरे लांच पैड से उड़ान भरी।
Launch mission has not succeeded. Heat shield has not separated as a result of which satellite is inside the 4th stage: ISRO Chief pic.twitter.com/x4wi7cVZAM
— ANI (@ANI) August 31, 2017
प्रक्षेपण वाहन पीएसएलवी सी39 इस सैटेलाइट के प्रक्षेपण के लिए पीएसएलवी के एक्सएल प्रकार का उपयोग करेगा, जिसमें छह स्ट्रैप ऑन्स लगे हैं। प्रत्येक स्ट्रैप ऑन अपने साथ 12 टन प्रणोदक ले जा रहा है। कुल 44.4 मीटर लंबे पीएसएलवी सी39 की यह 41वीं उड़ान है। इसका प्रक्षेपण श्रीहरिकोटा स्पेस पोर्ट के दूसरे लॉन्च पैड से किया जाएगा। इसरो ने छह छोटे और मध्यम उद्योगों के एक समूह के साथ मिल कर इस सैटेलाइट का निर्माण और परीक्षण किया है।