जम्‍मू-कश्‍मीर और भारत के दूसरे देशों में आतंकवाद फैलाने के मकसद से पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने नया प्‍लान बनाया है। वह भारत में फर्जी वेल्‍फेयर ऑर्गनाइजेशंस की आड़ में सेवारत और रिटायर्ड आर्मी कर्मचारियों को निशाना बना रही है। आईएसआई इन्‍हें जासूसी के नेटवर्क में शामिल करने की कोशिश में है। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने रक्षा मंत्रालय को इस बारे में अलर्ट किया है।

सूत्रों के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों को उत्‍तर भारत में कुछ ऐसे संगठनों का पता चला है, जो पूर्व सैनिकों को नौकरी और आर्थिक सहायता का झांसा देते हैं। बाद में उनका इस्‍तेमाल डिफेंस से जुड़े मामलों की खुफिया जानकारी हासिल करने में करते हैं। सूत्रों के मुताबिक, ऐसे संगठन पूर्व सैनिकों को वर्तमान में काम कर रहे सहकर्मियों से संपर्क करने और उनसे फील्‍ड इन्‍फॉर्मेशन हासिल करने के लिए कहते हैं। ऐसे संगठनों का उत्‍तर भारत खासतौर पर पंजाब में सक्रिय होने के बारे में पता चला है। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने सेवारत या रिटायर्ड सैनिकों के आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तारी के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। बीते तीन साल में कम से कम 12 रिटायर्ड या सेवारत सैनिकों को इस तरह के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। सबसे हालिया गिरफ्तारी पंजाब में सोमवार को हुई। यहां एक इंडियन एयर फोर्स के कर्मचारी को आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया।