पुरी जगन्नाथ मंदिर की मैनेजिंग कमेटी के अध्यक्ष दिव्यसिंह देब ने नवंबर की शुरुआत में अमेरिका के टेक्सास शहर ह्यूस्टन में भगवान जगन्नाथ के उत्सव आयोजित करने की इस्कॉन की प्लानिंग की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह शास्त्रीय आदेशों और परंपराओं के बिल्कुल उलट है। इस्कॉन ने 3 नवंबर को भगवान जगन्नाथ की ‘स्नान यात्रा’ और 9 नवंबर को ‘रथ यात्रा’ आयोजित करने की प्लानिंग की है।

ह्यूस्टन में मौजूद इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष ठाकुर दास को लिखे लेटर में देब ने कहा कि भगवान कृष्ण के त्योहारों की तरह भगवान जगन्नाथ के त्योहारों को भी शास्त्रों और परंपराओं के मुताबिक पूरी दुनिया में एक तरह ही मनाया जाना चाहिए। देब ने यह भी कहा कि कई दशकों से दुनिया भर के भक्तों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए जगन्नाथ रथ यात्रा आयोजित करने के लिए इस्कॉन के साथ बातचीत कर रहे हैं।

पुरी में प्रचलित प्रथा के अनुसार, ‘स्नान यात्रा’ ‘ज्येष्ठ’ महीने की पूर्णिमा को आयोजित की जाती है, जो आमतौर पर जून में होती है। इसी तरह, रथ यात्रा या रथ उत्सव ‘आषाढ़’ महीने के शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन मनाया जाता है, जो जून या जुलाई में पड़ता है।

पढ़ें आज की सभी बड़ी खबरें

पुरी जगन्नाथ मंदिर की मैनेजिंग कमेटी के अध्यक्ष ने किया सवाल

देब ने यह भी सवाल किया कि किसी भी हालत में भगवान कृष्ण का कोई भी भक्त शास्त्रों और परंपराओं के बिल्कुल उलट किसी भी दिन कृष्ण जन्माष्टमी मनाने के बारे में नहीं सोचेगा। फिर हम भगवान जगन्नाथ के मामले में ऐसा क्यों कर रहे हैं। देब ने यह भी कहा कि दोनों भाई-बहनों को मंदिर के बाहर केवल दो मौकों पर ले जाया जाता है। पहला स्नान यात्रा और दूसरा रथ यात्रा। ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि मंदिर प्रशासन इस मुद्दे पर इस्कॉन अधिकारियों के साथ चर्चा करेगा।

भगवान जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार

कानून मंत्री ने क्या कहा

कानून मंत्री ने कहा कि जगन्नाथ मंदिर के पुजारियों समेत कई लोगों की राय है कि दुनिया भर में भगवान के सभी अनुष्ठान पुरी में आयोजित धार्मिक प्रथाओं के अनुसार किए जाने चाहिए। पुरी जगन्नाथ मंदिर राज्य सरकार के कानून विभाग के अधिकार क्षेत्र में आता है।