केंद्र सरकार के कृषि बिलों के खिलाफ पंजाब में किसानों का प्रदर्शन तेज होता जा रहा है। किसानों के प्रदर्शन की वजह से रेलवे और एनएचएआई को करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है। इन प्रदर्शन के चलते रेलवे को दर्जनों ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। गुरुवार को उत्तर रेलवे ने बताया कि पंजाब में किसानों के प्रदर्शन की वजह से 30 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। इसके अलावा छूटी दूरी की 11 ट्रेनों को भी रद्द किया गया है।
किसानों के प्रदर्शन की वजह से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को पंजाब में टोल प्लाजा पर अब तक 150 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हो चुका है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। बता दें कि राज्य में किसान तीन केंद्रीय कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, और वे एक अक्टूबर से टोल प्लाजा पर धरना दे रहे हैं।
प्रदर्शनकारी किसान टोल संग्रह अधिकारियों को यात्रियों से टोल शुल्क नहीं लेने दे रहे हैं। किसान दबाव बनाकर वाहनों को बिना टोल दिए जाने दे रहे हैं। पंजाब में राष्ट्रीय राजमार्गों पर 25 टोल प्लाजा हैं। एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी (चंडीगढ़) आर पी सिंह ने कहा, ‘पंजाब के सभी टोल प्लाजा से प्रतिदिन लगभग तीन करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।’
30 trains cancelled, 11 trains short terminated due to farmers agitation in Punjab: Northern Railways
— ANI (@ANI) November 19, 2020
उन्होंने कहा कि किसान करीब 50 दिनों से टोल प्लाजा पर प्रदर्शन कर रहे हैं और इस तरह करीब 150 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। अधिकारी ने कहा कि एनएचएआई ने टोल प्लाजा पर किसानों के विरोध के मुद्दे पर पंजाब के मुख्य सचिव के साथ बातचीत की है। उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा पर किसानों के प्रदर्शन के कारण राजस्व हानि के कारण राज्य में आगामी सड़क परियोजनाओं पर भी विपरीत असर पड़ सकता है।
पंजाब में किसान केंद्र द्वारा बनाए गए तीन कानूनों का विरोध कर रहे हैं, जिसके बारे में उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि इनसे न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली को नुकसान पहुंच सकता है और उन्हें बड़े कॉरपोरेट की दया पर निर्भर रहना होगा। (एजेंसी इनपुट)