सीनियर आईपीएस अधिकारी मुकुल गोयल ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के नये पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के रूप में कार्यभार संभाला। मुकुल गोयल ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने पर बल देते हुए कहा कि अपराधों पर नियंत्रण ही पुलिस का मुख्य कर्तव्य है। वहीं रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने ट्विटर पर डीजीपी मुकुल गोयल से सवाल पूछते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश में फर्जी केसों की परंपरा जारी रहेगी या पुलिसिया अंदाज बदलेगा।

उत्तरप्रदेश पुलिस के पूर्व डीजीपी एचसी अवस्थी के सेवानिवृत्त होने के बाद बीते 30 जून को मुकुल गोयल को पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था। 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी मुकुल गोयल इससे पहले बीएसएफ में अतिरिक्त महानिदेशक के तौर पर तैनात थे। शुक्रवार को कार्यभार संभालने के बाद नए डीजीपी मुकुल गोयल ने प्रेस कांफ्रेंस भी किया। प्रेस कांफ्रेंस में मुकुल गोयल ने छोटे से छोटे अपराधों पर भी ध्यान देने की बात कही।

वहीं सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी ने मुकुल गोयल के डीजीपी बनने पर उत्तरप्रदेश पुलिस में बदलाव की उम्मीद को लेकर ट्वीट किया। सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा कि DGP मुकुल गोयल के ऊपर जिम्मेदारी बड़ी है। सरकार द्वारा पुलिस तंत्र के व्यापक दुरुपयोग ने जनता के बीच जो छवि बनाई है उसे ठीक करने के लिए जनता का दिल जीतना होगा, विश्वास जीतना होगा। क्या फर्जी मुकदमों की परंपरा जारी रहेगी या पुलिसिया अंदाज बदलेगा। देखना बेहद दिलचस्प होगा। 

शुक्रवार को उत्तरप्रदेश पुलिस के नए पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने राज्य की सीमा (गाजीपुर बॉर्डर) पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कहा कि किसान आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से चले तो ठीक है लेकिन जहां कानून-व्यवस्था की बात आएगी वहां पुलिस अपना काम करेगी। साथ ही उन्होंने धर्मांतरण के मामले पर कहा कि जो भी दोषी होंगे उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और जो निर्दोष होंगे उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा।

   

इसके अलावा डीजीपी मुकुल गोयल ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वह प्रदेश की कानून व्यवस्था को और मजबूत करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि अपराधों पर नियंत्रण बिना जनता के सहयोग के नहीं हो सकता। साथ ही उन्होंने पुलिसिया काम में टेक्नोलॉजी के उपयोग में जोर देने की भी बात कही।