मौजूदा समय में कोई भी निवेशक जोखिम वाले एसेट में निवेश नहीं करना चाहता है। वो सिर्फ इस बात से संतुष्ट है कि उसका रुपया डूबे नहीं। इसका कारण है कि कोविड के दौर में आय के साधन कम एवं सीमित हो जाना। ऐसे में बचा हुआ रुपया जोखिम एसेट में निवेश करने से डूब गया तो उसका भविष्य सिक्योर कैसे रहेगा। ऐसे में हम आपको आज 5 ऐसी सरकारी योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं जिनमें आप लंबे समय तक निवेश कर मोटा और सिक्योर रिटर्न हासिल कर सकते हैं। जिसके बाद आप अपनी बच्चों की शादी, उनकी उच्च शिक्षा, घर खरीदने जैसे सपनों को पूरा कर सकते हैं। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर कौन सी हैं वो पांच योजनाएं।
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना : इस योजना को शॉर्ट फॉर्म में पीएमवीवीवाई भी कहते हैं। जैसा कि नाम से ही विदित हो जाता है कि यह एक सरकारी योजना है। जिसमें निवेशकों को 10 साल तक पेंशन मिलती है। इस योजना में 31 मार्च 2022 या उससे पहले योजना में निवेश करने वालों को अगले 10 साल के लिए 7.40 फीसदी ब्याज दिया जाएगा। इसमें आपको पेंशन पाने के लिए माह, तिमाही, साल में एक का ऑप्शन दिया जाएगा। इस योजना में आपको 15 लाख रुपए अधिकतम राशि निवेश कर सकते हैं। जिसके बाद आपको 9250 रुपए की पेंशन मिलती रहेगी।
सीनियर सिटीजेन सेविंग्स स्कीम : नाम से अनुमान लगाया जा सकता है कि यह योजना 60 या उससे अधिक उम्र के लोगों लिए बनाई गई है। इस योजना का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है। इय योजना के तहत आप एक से ज्यादा अकाउंट खोल सकते हैं। खास बात ये है कि सभी खातों का कुल निवेश 15 लाख से ज्यादा नहीं होना चाहिए। यानी 15 लाख रुपए तक आप कितने ही अकाउंट को ओपन कर सकते हैं। इस योजना पर मिलने वाला ब्याज पर टैक्स लगता है और यह आपकी कमाई के हिसाब से लगाया जाता है।
सुकन्या समृद्धि योजना : यह योजना विशेष रूप बेटियों के लिए तैयार की गई है। जिसका टेन्योरी 21 साल है। इस योजना में 10 साल से कम उम्र की बच्ची के लिए अकाउंट खोला जा सकता है अगर आपकी बेटी उम्र 2 साल की है तो उसको 23 साल की उम्र में रुपया मिल जाएगा। सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी के आधार आप रुपए को बीच बंतराल में निकाल सकते हैं। जिसकी सीमा 50 फीसदी है।
अटल पेंशन योजना : इस योजना को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर डिजाइन किया गया है। इस योजना में कम से कम 1000 रुपए और अधकितम 5000 रुपए की पेंशन मिलती है। 18 से 40 वर्ष की आयु का कोई भी इंडियन सिटीजन इस योजना का लाभ ले सकता है। इस योजना के बाद सब्सक्राइबर को पेंशन मिलती है और उसके बाद उसके पार्टनर को। उनकी मौत के बाद कस्टमर की 60 वर्ष की आयु में जमा की गई पेंशन राशि उसके नॉमिनी व्यक्ति को वापस कर दी जाती है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड : पीपीएफ सरकार की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक हैं। जिसमें 15 साल तक आपको नियमित रूप से निवेश करना होता है। सब्सक्राबर को दो अकाउंट खोलने की भी अनुमति है। जिसमें से एक अकाउंट आपके नाबालिग बच्चे के नाम पर हो सकता है। शर्त यह है कि वित्त वर्ष में दो अकाउंट में अधिकतम निवेश 1.5 लाख रुपए से ज्यादा नहीं हो सकता है। पीपीएफ खाते में हर साल कम से कम 500 रुपये का निवेश करना होता है।

