मणिपुर में दो मैतई युवाओं की हत्या का मामला सामने आया है। इसके बाद इंटरनेट फिर बंद कर दिया गया है। इंफाल निवासी 17 वर्षीय हिजाम लिनथोइंगामी और 20 वर्षीय फिजाम हेमजीत (20) इस साल 6 जुलाई को लापता हो गए थे। सोमवार को दो तस्वीरें सामने आईं जो पुष्टि करती हैं कि उन्हें मार दिया गया था। लगभग पांच महीने के बाद मणिपुर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल होने के कुछ दिनों बाद यह घटनाक्रम सामने आया है।
इस घटना के बाद घाटी के इलाकों में मैतई लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। एक तस्वीर में दोनों बाहर एक-दूसरे के बगल में बैठे दिख रहे हैं, जबकि उनके पीछे दो आदमी हथियार लेकर खड़े नजर आ रहे हैं। दूसरे में कथित तौर पर उनके शरीर एक-दूसरे के बगल में जमीन पर गिरे हुए दिख रहे हैं, जबकि हेमजीत का सिर गायब है।
तस्वीरें सामने आने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री सचिवालय ने एक बयान जारी कर पुष्टि की कि तस्वीर में दिख रहे दो लोग दो लापता युवा थे। मुख्यमंत्री सचिवालय ने कहा कि संबंधित मामला पहले ही सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था।
बयान में कहा गया, “राज्य पुलिस, केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से उनके लापता होने के आसपास की परिस्थितियों का पता लगाने और दो छात्रों की हत्या करने वाले अपराधियों की पहचान करने के लिए मामले की सक्रिय रूप से जांच कर रही है। सुरक्षा बलों ने भी अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।”
दोनों युवा एक-दूसरे के पास ही रहते थे। लिनथोइंगामी तेरा टोंगब्रम लीकाई नामक इलाके में रहता था। वहीं हेमजीत तकयेल कोलोम लीकाई का निवासी था। लिनथोइंगामी के परिवार द्वारा पुलिस को दिए गए बयानों के अनुसार वह हर सुबह कीशमपत मुतुम लीकाई में एक कोचिंग सेंटर में ट्यूशन कक्षाओं में पढ़ने जाती थी। हालांकि 6 जुलाई को वह सुबह 8.30 बजे के समय तक वापस नहीं लौटी।
जब उसके पिता हिजाम कुलजीत सिंह ने उसे फोन करने की कोशिश की, तो उसने कहा कि वह घर आ रही है, लेकिन कुछ मिनट बाद उसका फोन बंद हो गया। जब इलाके के सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि वह हेमजीत के साथ उसकी मोटरसाइकिल पर निकली थी, तो परिवार ने उसके खिलाफ अपहरण करने की पुलिस शिकायत दर्ज कराई। 8 जुलाई को हेमजीत के खिलाफ इंफाल पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी।