इंडिगो संकट के बीच सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने सख्त चेतावनी जारी की है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि इंडिगो में पैदा हुए संकट की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और जो भी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी और उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। मंत्री ने बताया कि केंद्र द्वारा बनाई गई कमेटी जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके बाद आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

इंडिगो संकट की होगी जांच

केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा, “हमने एक कमेटी का गठन कर दिया है। क्या गलत हुआ, क्यों हुआ और किन परिस्थितियों में हुआ, हर पहलू की जांच की जाएगी। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।” उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल प्राथमिकता स्थिति को सामान्य करने की है और यात्रियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

केंद्रीय मंत्री ने क्या कारण बताया?

उन्होंने बताया कि हाल ही में लागू किए गए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के नए नियमों की भी समीक्षा की जाएगी। चर्चा है कि इन्हीं नियमों की वजह से इंडिगो पर यह संकट बढ़ा, लेकिन मंत्री ने स्पष्ट किया कि नियम एक महीने पहले ही लागू किए गए थे और एयर इंडिया, स्पाइसजेट, आकाश जैसी अन्य एयरलाइनों ने उसी के अनुसार अपने ऑपरेशन एडजस्ट कर लिए थे। ऐसे में उनके अनुसार इंडिगो के साथ जो हुआ वह अप्रत्याशित है और एयरलाइन के अंदर मिसमैनेजमेंट की ओर इशारा करता है।

समझने वाली बात यह है कि इंडिगो भारत की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन है और करीब 60% घरेलू यात्रियों को सेवाएं देती है। लेकिन बुधवार को मात्र 19.7% उड़ानें ही ऑपरेट हो सकीं। यह आंकड़ा मंगलवार को लगभग 35% और सोमवार को करीब 50% तक पहुंचा था। इंडिगो के इस संकट की वजह से कई एयरपोर्ट—दिल्ली, चेन्नई, श्रीनगर पर हालात बेहद बिगड़ गए और सोशल मीडिया पर भी यात्रियों का गुस्सा जमकर फूटा।

मनमानी वसूली पर लगी रोक

यही नहीं, संकट के बीच कई एयरलाइन्स द्वारा असामान्य रूप से बढ़ा हुआ किराया वसूल किए जाने की शिकायतें भी मंत्रालय तक पहुंचीं। इस पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि मंत्रालय ने इस बात को गंभीरता से लिया है कि संकट का फायदा उठाकर कुछ एयरलाइंस अत्यधिक किराया वसूल रही हैं। यात्रियों को किसी भी प्रकार की अवसरवादी कीमतों से बचाने के लिए सरकार ने अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए किराए पर नियंत्रण लागू कर दिया है। सभी एयरलाइंस को नए नियमों का पालन करने का निर्देश दिया गया है।

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