भारतीय सेना ने आज कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी शिविरों पर सर्जिकल हमलों के मद्देनजर पाकिस्तानी सैनिकों या आतंकवादियों के किसी भी दुस्साहस से निबटने के लिए वह तैयार है। श्रीनगर स्थित 15 कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘नियंत्रण रेखा पर हमारी तैयारी उच्चतम स्तर की है। चाहे नियमित सेना की तरफ से हो या किसी और की तरफ से, भारतीय सेना किसी भी दुस्साहस से निबटने के लिए तैयार है।’’ उन्होंने बताया कि नियंत्रण रेखा से घुसपैठ के प्रयासों में उछाल आया है, लेकिन सेना ने ज्यादातर प्रयासों को नाकाम कर दिया है जो नियंत्रण रेखा के निकट मुठभेड़ों से विदित है। जनरल दुआ ने कहा, ‘‘मैं स्वीकार करता हूं कि घुसपैठ हुई है, लेकिन नियंत्रण रेखा से लगे इलाकों में मुठभेड़ों और मारे गए उग्रवादियों की संख्या सेना की तैयारी दिखाती है।’’ उन्होंने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना की पिछले माह के सर्जिकल हमले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि सशस्त्र बल तथा राजनीतिक नेतृत्व को जो कहना था, वह पहले ही कह चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा कोई अलग विचार नहीं है।’’
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जब जनरल दुआ से यह पूछा गया कि क्या कश्मीरी युवाओं और सेना के बीच में भरोसे की कमी थी, तो उन्होंने कहा कि कुछ भटकाए गए युवाओं ने प्रदर्शनों में हिस्सा लिया। ज्यादातर युवा सेना के साथ थे। उन्होंने कहा, ”हाल ही में हमारी एक गाड़ी का एक्सिडेंट हो गया था और हमारे जवान गाड़ी में फंस गए थे। जब स्थानीय कश्मीरी युवाओं ने ही जवानों को बाहर निकाला था।” दुआ ने कहा कि सेना ने युवाओं को भराेसे में लिया है। उन्होंने कहा, ”हमने हाल ही में कुछ आतंकवाद-विरोधी ऑपरेशंस किए हैं और ऑपरेशन का उद्देश्य बताए जाने के बाद युवाओं ने पत्थरबाजी नहीं की।”
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने 28-29 सितंबर की रात को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चल रहे आतंकी कैंपों के लॉन्च पैड्स को निशाना बनाया था। इसमें आतंकी संगठनों को भारी नुकसान हुआ था।