चीन और पाकिस्तान के बीच हुए वर्तमान परमाणु समझौते की पृष्ठभूमि में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि देश अपने सामरिक और सुरक्षा संबंधी हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है।
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों के सवालों के जवाब में सुषमा ने कहा कि चीन और पाकिस्तान के बीच हुए परमाणु समझौते पर अभी अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) में औपचारिक शिकायत की स्थिति पैदा नहीं हुई है।
उन्होंने कहा, लेकिन चीन और पाकिस्तान के बीच परमाणु समझौते को लेकर देश के सामरिक और सुरक्षा संबंधी हितों की जहां तक बात है तो मैं यह कहना चाहूंगी कि ‘‘हां, भारत पूरी तरह तैयार है।’’
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘ भारत पूरी तरह सजग , सावधान है। अपने हितों पर कोई आंच नहीं आने देंगे।’’
उन्होंने बताया कि भारत सरकार को चीन द्वारा पाकिस्तान को दो अतिरिक्त परमाणु ऊर्जा रिएक्टर चश्मा 3 और चश्मा 4 की आपूर्ति करने संबंधी करार के बारे में जानकारी है। ये रिएक्टर निर्माणाधीन हैं जो पहले से ही चालू चश्मा। और चश्मा 2 के अतिरिक्त हैं। सरकार को चश्मा, कराची और पाकिस्तान में ही तीसरे स्थान पर निर्मित किए जाने वाले चीनी मूल के तीन रिएक्टरों की आपूर्ति के लिए करार की रिपोर्टो की जानकारी है।
सुषमा ने बताया कि सरकार ने चीन के साथ द्विपक्षीय वार्ताओं में इस मुद्दे को उठाया है। चीन का कहना है कि पाकिस्तान के लिए इसकी परमाणु आपूर्ति अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के अनुरूप है और ये आपूर्ति केवल शांतिपूर्ण प्रयोजनों के लिए है।
उन्होंने कहा, सरकार का मानना है कि सभी देशों को परमाणु अप्रसार के क्षेत्र में की गयी वचनबद्धता का पालन करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को प्रतिबद्ध है।