वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने बुधवार को कहा कि भारत अपना मिसाइल उत्पादन दोगुना कर इसे 100 मिसाइल प्रति माह करने पर विचार कर रहा है। जानेमाने वैज्ञानिक और रक्षा अनुसंधान एवं विकास अनुसंधानशाला (डीआरडीएल) के निदेशक के जयरमण ने कहा कि रक्षा मंत्रालय के नीचे काम करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) अभी हर महीने भारत में ही विकसित 50-60 आकाश मिसाइलें बना रही है ।

हैदराबाद स्थित डीआरडीएल एक मिसाइल प्रणाली प्रयोगशाला है जिसका जोर सशस्त्र बलों के लिए उनके डिजाइन, विकास और उड़ान परीक्षणों पर होता है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की ओर से आयोजित ‘तेलंगाना मूविंग फॉरवर्ड थू्र इनोवेशन एंड आंत्रप्रेन्योरशिप’ पर एक सार्वजनिक सत्र में उन्होंने कहा, ‘‘सरकार जोर दे रही है कि हमें (बीडीएल) जो देश में मिसाइलों का प्रमुख निर्माणकर्ता है। उत्पादन दर बढ़ाकर प्रति माह 100 तक कर देना चाहिए ।’’

उत्पादन बढ़ाने के लिए उद्योगों की भागीदारी की जरूरत पर जोर देते हुए जयरमण ने कहा कि सरकार से सिफारिश की गई है कि वह एक ऐेसे ‘‘विशाल उद्योग’’ की पहचान करे जो मिसाइलों के निर्माण में प्रमुखता से सहयोग कर सके ।