संसद की सुरक्षा में चूक के मसले पर विपक्षी इंडिया गठबंधन आर-पार के मूड में नजर आ रहा है। लोकसभा और राज्यसभा में हंगामे की वजह से विपक्षी दलों के अब तक 92 सांसद निलंबित किए जा चुके हैं। अब न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इंडिया गठबंधन में शामिल दल बचे हुए शीतकालीन सत्र का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर सकते हैं। हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला मंगलवार को राज्यसभा में विपक्ष के नेता के दफ्तर में होने वाली मीटिंग के बाद किया जाएगा।
‘अभूतपूर्व’! एक दिन में 78 सांसद निलंबित
संभवत: भारतीय संसद के इतिहास में सोमवार को एक साथ 78 विपक्षी सांसदों को निलंबित किया जाना अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। लोकसभा और राज्यसभा में हंगामे की वजह से लिए गए इस एक्शन के बाद विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकारपर आरोप लगाया है कि वह संसद को विपक्ष विहीन करना चाहती है और संसद में महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करने की कोशिश के लिए इस प्रकार का कदम उठाया है।
न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, संसदीय कार्यवाही पर नजर रखने वालों ने इतनी बड़ी संख्या में सामूहिक निलंबन को ‘अभूतपूर्व’ और संसद के इतिहास में संभवत: पहली बार बताया। संसदीय कार्यवाही पर करीबी नजर रखने वाले जी. रवींद्र ने कहा, “एक ही दिन में 78 सांसदों को निलंबित किया जाना एक अभूतपूर्व घटनाक्रम है।”
इससे पहले बड़ी संख्या में सांसद कब-कब किए गए निलंबित?
- साल 1989 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या की जांच करने वाली जस्टिस ठक्कर समिति की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखे जाने के मुद्दे पर 15 मार्च को लोकसभा के 63 सदस्यों को सप्ताह के शेष समय के लिए निलंबित कर दिया गया था।
- साल 2015 में तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कांग्रेस के 25 सदस्यों को अगले पांच कार्य दिवसों के लिए निलंबित कर दिया था, क्योंकि उन्होंने सदन के बीचोंबीच तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया था।
- 15वीं लोकसभा में आंध्र प्रदेश के विभाजन के मुद्दे पर कांग्रेस के कई सदस्यों को सदन से निलंबित कर दिया गया था।
राज्यसभा से इन 45 को किया गया निलंबित
- कांग्रेस पार्टी के प्रमोद तिवारी, जयराम रमेश, अमी याज्ञिक, नारणभाई जे राठवा, सैयद नासिर हुसैन, फूलो देवी नेताम, शक्तिसिंह गोहिल, के.सी. वेणुगोपाल, रजनी पाटिल, रंजीत रंजन, इमरान प्रतापगढ़ी, रणदीप सिंह सुरजेवाला।
- TMC के सुखेन्दु शेखर रे, मोहम्मद नदीमुल हक, अबीर रंजन विश्वास, शांतनु सेन, मौसम नूर, प्रकाश चिक बड़ाइक, समीरुल इस्लाम।
- DMK के एम. शनमुगम, एन.आर. एलानगो, कनिमोझी एनवीएन सोमू और आर गिरिराजन।
- DMK- मनोज कुमार झा और फैयाज अहमद
- CPM- वी. शिवदासन
- JDU- रामनाथ ठाकुर एवं अनिल प्रसाद हेगड़े
- NCP- वंदना चव्हाण
- SP – रामगोपाल यादव, जावेद अली खान
- JMM- महुआ माजी
- इनके अलावा – जोस के. मणि एवं अजीत कुमार भुइयां शामिल हैं।
- इसके साथ ही 11 अन्य सांसदों को भी निलंबित किया गया है। इन सासंदों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक के लिए निलंबित कर दिया। समिति इन 11 सांसदों के आचरण के संबंध में अपनी रिपोर्ट तीन महीने के अंदर पेश करेगी। इन 11 सदस्यों में जेबी माथेर हिशाम, एल. हनुमंथैया, नीरज डांगी, राजमणि पटेल, कुमार केतकर, जी.सी. चन्द्रशेखर, बिनय विश्वम, संतोष कुमार पी, एम. मोहम्मद अब्दुल्ला, जॉन ब्रिटास और ए.ए. रहीम शामिल हैं।