भारतीय तटरक्षक बल (इंडियन कोस्ट गार्ड) के बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी ने सोमवार को डीआईजी बीके लोशाली को बर्खास्त कर दिया। उन पर यह कार्रवाई फरवरी में एक कार्यक्रम में दिए गए एक बयान के लिए की गई है। लोशाली ने कहा था, ‘मैं आपको बता दूं…मुझे उम्मीद है कि आप सबको 31 दिसंबर की रात याद होगी…हमने पाकिस्तान को उड़ा दिया था…मैं गांधीनगर में ही था और रात में मैंने आदेश दिया कि बोट को उड़ा दो। हम उन्हें बिरयानी खिलाना नहीं चाहते।’ उनकी यह टिप्पणी गुजरात के समुद्र में एक पाकिस्तानी बोट में आग लगने और विस्फोट होने की घटना से जुड़ी थी।
लोशाली की टिप्पणी से संबंधित खबर सबसे पहले ‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने 18 फरवरी को छापी थी। इस पर उनका कहना था कि उनके बयान को गलत ढंग से पेश किया गया। इसके बाद अखबार ने उनके बयान का वीडियो भी जारी किया। तब कोस्ट गार्ड ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर 48 घंटे में जवाब मांगा। उनका जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी बनाया गया।
लोशाली का बयान रक्षा मंत्रालय, रक्षा मंत्री और कोस्ट गार्ड की ओर से दिए गए आधिकारिक बयान से उलट था। सरकारी बयान में कहा गया था कि नए साल की पूर्व संध्या पर पोरबंदर से 365 किमी दूर भारतीय समुद्री सीमा में जब कोस्ट गार्ड ने एक पाकिस्तानी बोट का पीछा किया तो बोट पर सवार लोगों ने इसे आग के हवाले कर दिया था, जिसके चलते बोट में धमाका हुआ।
