जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से शनिवार से लापता छात्र नजीब अहमद की मां ने आज कहा कि उन्हें अपना बेटा वापस चाहिए और आरोप लगाया कि प्रशासन उनके प्रति बहुत ‘‘असंवेदनशील’’ है। जेएनयू प्रशासनिक ब्लॉक के बाहर बैठीं फातिमा नफीस ने रोते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे मेरा बेटा लौटा दो। मैं किसी के खिलाफ किसी कार्रवाई की मांग नहीं करूंगी। मुझे सिर्फ वह वापस चाहिए और एक बार वह मुझे मिल गया तो मैं चली जाउच्च्ंगी।’’ जेएनयू के प्रशासनिक ब्लॉक के बाहर विद्यार्थी पांच दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं।फातिमा ने कहा, ‘प्रशासन ने परिसर से उसके लापता होने की सूचना हमेंं नहीं दी। मैं आयी और खुद पुलिस के पास गयी। हम जबरन कुलपति के कार्यालय में घुसे जहां उन्होंने कहा कि वह अपना सर्वोत्तम प्रयास कर रहे हैं। वह हमारे प्रति बहुत असंवदनशील रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा बेटा ना राजनीतिक रूप से सक्रिय है और नहीं किसी से बैर मोल लेने वाला है। मैं इसपर भी यकीन नहीं कर सकती कि उसका किसी झगड़ा हुआ होगा।’ स्कूल आॅफ बायोटेक्नोलॉजी के छात्र नजीब अहमद शुक्रवार की रात झगड़ा होने के बाद शनिवार से परिसर से कथित रूप से लापता है। छात्र के अभिभावकों की शिकायत पर वसंतकुंज उत्तर थाने मेंं कल अपहरण, जबरन बंधक बनाने का मामला दर्ज किया गया है। नजीब की बहन सदाफ मुशर्रफ ने कहा, ‘‘मुझे थाने से फोन आया कि एक शव मिला है और हमें पहचान के लिए आना होगा कि क्या वह नजीब का शव है। सौभाग्यवश ऐसा नहीं था। रेक्टर ने मुझे बोला कि कहीं कुछ भी होता है तो उसके लिए वह जिम्मेदार नहीं हैं और कहा कि वह मुझसे अदालत में मिलेंगे।’ जेएनयू के विद्यार्थी लापता छात्र के परिवार का समर्थन कर रहे हैं और पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कुलपति और विश्वविद्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को प्रशासनिक ब्लॉक में घेर लिया था।

