Vice President Election 2025: विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत का पूरा भरोसा है। गुवाहाटी में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे इस चुनाव में 100% जीत का यकीन है। मैं जहां भी जाता हूं, वहां मुझे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिलती है।”
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस्तीफा देने के बारे में पूछे जाने पर रेड्डी ने कोई भी व्यक्तिगत टिप्पणी करने से परहेज किया और केवल इतना कहा कि यह कार्यालय “एक उच्च संवैधानिक पद है जिसे किसी भी परिस्थिति में केवल एक राजनीतिक संस्थान तक सीमित नहीं किया जा सकता है।” एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव आयोग के खिलाफ हाल ही में लगे आरोपों के बारे में बोलते हुए पूर्व जस्टिस ने कहा कि आयोग एक स्वायत्त संवैधानिक निकाय है जिसे देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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रेड्डी ने बताया कि महात्मा गांधी और डॉ. बी.आर. अंबेडकर भी कई मुद्दों पर असहमत थे, फिर भी दोनों इस बात पर एकमत थे कि सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार जरूरी है और हर एक नागरिक को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, “इसलिए, मेरा दृढ़ विश्वास है कि किसी भी व्यक्ति या समूह को जाति, धर्म, समुदाय, लिंग या आस्था के आधार पर चुनावी प्रक्रिया से बाहर नहीं रखा जाना चाहिए।”
मुझे अपनी जीत का पूरा भरोसा- सुदर्शन रेड्डी
अपनी चुनावी संभावनाओं के बारे में रेड्डी ने कहा कि उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा, दोनों के सांसदों द्वारा डाले गए वोटों से होता है। कोई भी राजनीतिक दल अपने सदस्यों के वोटों को तय नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, “सांसदों, मीडिया, नागरिक समाज, बुद्धिजीवियों और सांस्कृतिक क्षेत्र की प्रतिष्ठित हस्तियों से मिले समर्थन को देखते हुए, मुझे अपनी जीत का पूरा भरोसा है। इसलिए, मुझे एनडीए और विपक्ष के वोटों को अलग-अलग गिनने की जरूरत नहीं लगती।” उन्होंने कहा कि उनकी उम्मीदवारी की घोषणा के एक दिन के भीतर ही आम आदमी पार्टी सहित कई दलों और निर्दलीय सांसदों ने उन्हें बिना शर्त समर्थन दे दिया।
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