दक्षिण अफ्रीका से भारत लाए गए चीतों में से एक उदय का कूनो नेशनल पार्क में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इससे पहले चीते का सोमवार को पोस्टमार्टम किया गया था पोस्टमार्टम रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी गई है। पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट में आई जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया गया है, मौत का शुरुआती कारण कार्डिएक अरेस्ट (Cardiac Arrest) माना जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक चीते के हृदय और फेफड़ों के काम बंद करने के कारण मौत हुई है। मुख्य संरक्षक और वन बल के प्रमुख (पीसीसीएफ) जसवीर सिंह ने मीडिया को बताया कि दो पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा पोस्टमॉर्टम किए जाने के बाद अंतिम संस्कार किया गया है।
इस ही साल भारत लाए गए थे चीते
चीते और को इसी साल 18 फरवरी को 11 अन्य चीतों के साथ दक्षिण अफ्रीका से भारत के कूनो नेशनल पार्क में शिफ्ट किया गया था। कूनो नेशनल पार्क में चीते की यह दूसरी मौत है। नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से बीस चीते लाए गए थे। नामीबिया से पिछले साल कूनो नेशनल पार्क में लाए गए आठ चीतों में से एक साशा की मार्च में मौत हो गई थी।
रविवार को दूसरी चीते की मौत के साथ ही यह संख्या घटकर 18 रह गई है । उदय की मौत चीते साशा की मौत के ठीक एक महीने के भीतर हुई है, जिसे पिछले साल 17 सितंबर को भारत के चीता पुन: परिचय कार्यक्रम के तहत भारत लाया गया था।
जानकारी के अनुसार, रविवार (23 अप्रैल) की सुबह निगरानी के दौरान उदय नाम का चीता सुस्त अवस्था में दिखाई दिया था। वह लड़खड़ते हुए और गर्दन झुकाकर चल रहा था, जबकि एक दिन पहले की निगरानी के समय चीता पूरी तरह तरह स्वस्थ बताया गया था।
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इसके बाद उसे मेडिकल सेंटर लाया गया लेकिन शाम 4 बजे उसकी मौत हो गई। अब चीता की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं