केंद्र सरकार की तरफ से मुस्लिम धर्म गुरु जाकिर नाईक की NGO, इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) को मिलने वाली फंडिंग की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। यह आदेश उस बात के सामने आने के बाद दिया गया जिसमें पता लगा था कि बांग्लादेश के ढाका में हमला करने वाले लड़के जाकिर नाईक से प्रेरित थे। गृह मंत्रालय के आदेश पर जांच इस सिरे के होगी कि IRF को पैसा कहां से मिलता है। जाकिर नाईक के संगठन पर आरोप है कि उसे विदेश से पैसा मिलता है जिसका इस्तेमाल राजनीतिक गतिविधियों और युवाओं को आतंक की तरफ खींचने के लिए किया जाता है। इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने नाईक ने भाषणों की जांच के आदेश भी दिए हुए हैं।
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जांच के मामले पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हमने जाकिर के भाषणों पर संज्ञान ले लिया है। जांच के लिए भी उचित आदेश दे दिए गए हैं। भाषणों की सीडी की जांच चल रही है। सरकार आंतक को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी। जो भी उचित होगा वह किया जाएगा। ‘
इंटेलिजेंस रिपोर्ट के मुताबिक, “Peace TV” जिस पर जाकिर नाईक के भाषण प्रसारित होते थे वह लोगों के सुनने के अनुकूल नहीं थे। माना गया है कि उनसे देश में हालात बिगड़ सकते हैं। वहीं, नाईक का कहना है कि वह यह बात कभी नहीं मान सकते कि आतंकियों ने उनसे प्रेरित होकर हमला किया है। नाईक ने कहा, ‘मेरी किसी भी स्पीच में किसी को मारने के लिए नहीं कहा गया है। ना ही मुस्लिम को और ना ही हिंदू को। ‘